हिमांशु सक्सेना, ग्वालियर (मप्र), NIT:
ग्वालियर में खुद को कोरोना संक्रमित बताकर एक 29 वर्षीय युवक घर से सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में भर्ती होने के लिए निकला। रात में अपने पिता को फोन पर बताया कि वह तीसरी मंजिल पर भर्ती हो चुका है घबराएं नहीं, जल्द ठीक होकर लौटूंगा। कोरोना संक्रमित बेटे का हालचाल जानने के लिए जब दूसरे दिन पिता अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि इस नाम का कोई मरीज यहां भर्ती नहीं है। इसके बाद वह जेएएच से लेकर जिला अस्पताल सहित सभी निजी नर्सिंगहोम में अपने बेटे की तलाश में घूमे, लेकिन दो दिन से उसका कुछ पता नहीं चला। जब वह सोमवार को अपने बेटे की तलाश करने के लिए मदद मांगने पुलिस के पास पहुंचे तो उसी समय मां के पास फोन कर युवक ने बताया कि वह सुपर स्पेशियलिटी में पांचवीं मंजिल पर दो हजार रुपये में कमरा लेकर इलाज ले रहा है। पिता फिर सुपर स्पेशियलिटी पहुंचे तो वहां पर इस तरह की कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं बताई गई। जिस नंबर से फोन आया, अब वह बंद आ रहा है। उधर सुपर स्पेशियलिटी प्रबंधन का कहना है कि उनके यहां पर इस नाम का कोई व्यक्ति भर्ती ही नहीं हुआ है।
पिता बैंक में हैं कार्यरत
जौहरी कॉलोनी निवासी अशोक वर्मा सेंट्रल बैंक में कैशियर हैं। उन्होंने बताया कि 16 अप्रैल को वह बैंक में थे, तब बेटे ने मां को फोन पर कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी थी और बताया था कि अस्पताल से फोन आया है इसलिए वह खुद ही भर्ती होने जा रहा है। शाम को भी फोन पर बात हुई, दूसरे दिन 17 अप्रैल को जब वह सुपर स्पेशियलिटी पहुंचे तो वहां पर स्टाफ ने बताया कि इस नाम का कोई व्यक्ति यहां भर्ती नहीं हुआ है। इसके बाद युवक के पिता ने जिला अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में उसकी तलाश की, लेकिन वह कहीं नहीं मिला। सोमवार की दोपहर में उसने अपनी मां को फोन पर बताया कि वह सुपर स्पेशियलिटी में पांचवीं मंजिल पर दो हजार रुपये में कमरा लेकर इलाज ले रहा है, लेकिन पता चला कि सुपर स्पेशियलिटी में इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं है। उसका विवाह भी हो चुका और उसकी पत्नी अभी मायके में है।
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