शादी सादगी से: नूरपुरा बदलिया का मोइन व पिता डीएसपी महमूद खान देंगे भारत के मुस्लिम समुदाय को नई दिशा | New India Times

अशफाक कायमखानी, जयपुर(राजस्थान), NIT; पूरे देश में शादियों में फिजूलखर्ची करने के खिलाफ  व सामूहिक विवाह समारोह में अपने बेटे-बेटियों की शादियां करने की अक्सर आवाज समय समय पर उठती रही हैं लेकिन हमेशा समाज का कमजोर तबका तो इस तरह के आयोजनों में भुमिका स्वयं निभाने की पूरी पूरी कोशिश करता आ रहा है पर हमेशा ही समाज के कथित धनवान कहलाने वाले लोग व उच्च अधिकारी इससे हमेशा बच निकलने की कला मे माहिर होते हैं। वो लोग ऐसे आयोजन करने की वकालत तो हमेशा करते हैं लेकिन जब इन कथित धनवान व अधिकारियों के बेटे-बेटियों की सादगी के साथ शादी करने की बात आती है तो इनको लोगों का स्टेटस व सम्पर्क आड़े आ जाता है। यानी यह लोग कहते हैं कि मैं मंत्र पढता हूं और तू बम्बी में हाथ दे।शादी सादगी से: नूरपुरा बदलिया का मोइन व पिता डीएसपी महमूद खान देंगे भारत के मुस्लिम समुदाय को नई दिशा | New India Times​हालांकि कभी-कभी अल्लाह पाक को कोई करिश्मा करना होता है तो वह चाहे जिसको अवाम में उदाहरण के तौर पर पेश करने के लिये किसी को भी तैयार करके उसके मार्फत ऐसा मिसाली कार्य करवाता है कि आने वाली अनेक पीढियां उस उदाहरण को सामने रखकर सबक हासिल करने की दुहाई देने लगते हैं। इसी तरह आज कमरतोड़ महंगाई व विश्व स्तरीय जारी आर्थिक मंदी के दौर व शादी में फिजूलखर्ची रोकने को लेकर हर स्तर पर उठती आवाजों के दबते रहने के बावजूद जयपुर में बेकिंग के लिये पार्थ नामक कोचिंग चलाने वाला नूरपुरा बदलीया कायमखानी खानदान में 10 मार्च 199में जन्मे युवक मोइन खान अपने पिता महमूद खान उप पुलिस अधीक्षक की प्रेरणा से बिना दहेज-ढोल ढमाके के पूरी सादगी के साथ अगामी 23 अप्रैल को भीलवाड़ा राजस्थान में आयोजीत होने वाले कायमखानी समाज के सामुहिक विवाह समारोह में कुचामन के उच्च स्तर के परीवार की उच्च शिक्षित सुफी (MA. ENGLISH) पास नामक युवती से निकाह करके शादी के बंधन में बंधकर भारत भर के मुस्लिम समाज को नई दिशा इंशाअल्लाह देने जा रहे हैं।
बैट से गेंद को उछालकर चौका-छक्का मारने के माहिर जिला क्रिक्रेट टीम के कप्तान रहे मोइन खान की महमूद खान के सुशिक्षित व सभ्य परीवार में इस तरह परवरिश होने का सबूत ही है कि उन्होंने अपने वालीद पुलिस अधिकारी महमूद खान की दिल की भावनाओं का आंकलन करते हुये तुरंत अपने वालिद के कहने के साथ ही सादगी व बिना एक पैसा लिये अगामी 23 अप्रैल को इस तरह शादी को तय करके भीलवाड़ा में सामूहिक विवाह समारोह आयोजक समिति के सामने अपना भी रजिस्ट्रेशन करवाकर समाज के युवावों को एक नया पैगाम देते हुये नया रास्ता दिखाया है।

राजस्थान जुनियर क्रिकेट टीम की तरफ से क्रिकेट खेल कर नाम कमाने वाला बदलीया का लाडला मोइन खान जैसे युवकों की उम्र तो आज धूम धड़क्के व मस्ती के साथ शादी करने वाले विचारों को अपनाने की है लेकन अच्छी पारीवारिक तरबीयत के चलते ही लगता है कि अपनी उम्र के पहले अधिक समझधारी व समाज हित में कुछ कर गुजरने के जज्बे के कारण ही मोइन ने यह कदम उठाकर एक चैलेंज भी समाज के सामने रखा ही नही है बल्कि उनकी होने वाली शरीके हय्यात सुफी व उनके वालदेन ने भी इस तरह की शादी करने को तैयार होकर बराबर की भुमिका अदा करने का साहस दिखाकर सबको सोचने पर मजबूर कर दिया है।

सरल स्वभाव व गम्भीर नजर आने वाले युवा मोइन के पिता कोटपुतली में उप पुलिस अधीक्षक महमूद खान से बात होने पर वह इस तरह से बेटे की शादी करने के निर्णय को लेकर काफी खूश नजर आ रहे थे। उनके मुंह से निकलने वाले मोती जैसे बोलों से लग रहा है कि उनकी सादगी के साथ पुत्र की शादी करने का ख्वाब अब उनके पुत्र व उनकी होने वाली शरीके हय्यात सूफी नामक युवती के परीवार ने भी कंधा से कंधा मिलाकर हां करने से उनके हौसले को उडान व बडी मजबूती मिली है। वहीं भीलवाड़ा के जाने माने सामाजिक व सियासी लीडर रहे मरहुम शकरु खाॅ के साहबजादे इस्लाम खान की अगुवाई मे कायमखानी समाज सालों से सामूहिक विवाह समारोह आयोजित करते हुये सामाजीक स्तर पर सभी को इस तरह के मौकों पर शादी कराके बराबरी का ऐहसास कराते आ रहे हैं।

कुल मिलाकर यह है कि जयपुर जिले के कोटपुतली में पुलिस उप अधीक्षक पद पर तैनात मोहतरम महमूद खाॅ ने अपने दो पुत्रों मे से बडे पुत्र मोइन खान का सादगी व बिना किसी तरह का दहेज लिये शादी करने का साहस जो दिखा रहे हैं उसकी जितनी सराहना की जाये वो कम ही मानी जायेगी, लेकिन इस तरह अधिकारियों के पहल करने को समाज के भविष्य के लिये शुभ संकेत ही माना जायेगा। दुसरी तरफ धनकोली गांव के दोयते व नूरपुरा बदलीया के लाडने मोइन खान की इस पहल को कौम के युवा अपने जीवन में पूरी तरह उतारकार इस फिजूल खर्ची को तिलांजलि देकर समाज का शैक्षणिक स्तर सुधारने में खर्च करने का इरादा तय करके आने वाली पीढी के सुनहरे सपने इंशाअल्लाह साकार करेंगे।


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