रहीम शेरानी हिंदुस्तानी, ब्यूरो चीफ झाबुआ (मप्र), NIT:
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में रविवार को एनआरएससी में हुई कोर्ट की बैठक में सर्वसम्मति से धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन को दूसरी बार एएमयू का चांसलर चुन लिया गया।
मुंबई के बोहरा समाज के 53 वें धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन साहब दूसरी बार चांसलर पद से नवाजे गए हैं। रविवार को हुई कोर्ट की विशेष बैठक में 103 सदस्यों ने उन्हें निर्विरोध चुन लिया। चांसलर पद पर दूसरी बार बुलंदशहर के इब्ने सईद नवाब छतारी और ट्रेजरर पद पर इब्ने सीना अकादमी के अध्यक्ष भोपाल के पद्मश्री प्रो. जिल्लुर्रहमान चुने गए। तीनों प्रत्याशी एएमयू के पैनल में शामिल थे। 34 साल में पहला मौका है कि पैनल के सभी प्रत्याशी इंतजामिया के जीते हैं।
दस बजे शुरू हुई बैठक
एएमयू के एनआरएससी हॉल में सुबह करीब 10 बजे बैठक शुरू हुई, तीनों पदों के लिए नाम सदस्यों के सामने रखे गए, जिनके सामने कोई प्रत्याशी नहीं आया। सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन 2015 में भी चांसलर पद से नवाजे गये थे। तब पूर्व कुलपति महमूद उर रहमान ने उनके खिलाफ चुनाव लड़ा था। सैयदना को 97 और महमूद उर रहमान को 33 वोट मिले थे। एएमयू कोर्ट में कुल सदस्यों की संख्या 191 है। इनमें से 45 पद खाली हैं। बैठक में 103 सदस्य शामिल हुए। केंद्र सरकार की ओर से नामित भाजपा के अलीगढ़ सांसद सतीश गौतम व एटा सांसद राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया नहीं पहुंचे। मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो. जहीरउद्दीन ने परिणाम का एलान किया। रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार तीनों पदों का कार्यकाल तीन साल होगा। उक्त जानकारी निर्णय बोहरा समाज के अध्यक्ष वाली मुल्ला अली असगर ईजी ने दी है।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.