शासन के आदेश के बाद कई प्राइमरी पाठशालाओं को अंग्रेजी माध्यम का घोषित होने के बाद भी नहीं सुधरी खस्ताहाल स्कूलों की हालत | New India Times

गुलज़ार अहमद, ब्यूरो चीफ, भोगांव/मैनपुरी (यूपी), NIT:

शासन के आदेश के बाद कई प्राइमरी पाठशालाओं को अंग्रेजी माध्यम का घोषित होने के बाद भी नहीं सुधरी खस्ताहाल स्कूलों की हालत | New India Times

शासन के आदेश के बाद कई प्राइमरी पाठशालाओं को अंग्रेजी माध्यम का घोषित किया जा चुका है फिर भी विद्यालयों की दशा ज्यों की त्यों बनी हुयी है। विद्यालय में पढ़ा रहे शिक्षकों से लेकर बच्चे भी विद्यालय की खस्ताहाल हो चुकी बिल्डिंग को लेकर भयभीत हैं।

भोगांव नगर के मोहल्ला चौधरी स्थित प्राइमरी पाठशाला को इसी वर्ष अंग्रेजी माध्यम का विद्यालय घोषित कर दिया गया है और विद्यालय में अंग्रेजी माध्यम से पास प्रधानध्यापिका अश्वनी गुप्ता को तैनात कर दिया गया है। विद्यालय में कुल 78 बच्चे पंजीकृत है जिन्हें पढाने के लिये तीन सहायक शिक्षक, एक शिक्षामित्र के अतिरिक्त दस बीटीसी प्रशिक्षु बच्चों को पढाने में लगे हुये हैं। बच्चे भी अंग्रेजी माध्यम को लेकर उत्साहित नजर आ रहे हैं लेकिन विद्यालय के शिक्षक व प्रधानाचार्य में भवन को लेकर खासा असंतोष नजर आ रहा है।

शासन के आदेश के बाद कई प्राइमरी पाठशालाओं को अंग्रेजी माध्यम का घोषित होने के बाद भी नहीं सुधरी खस्ताहाल स्कूलों की हालत | New India Times

विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ने एनआईटी संवाददाता को बताया कि बरसात के समय पूरा विद्यालय भवन टपकता है। छतें जर्जर हैं तथा पूरा भवन चटखा हुआ है। खाना बनाने वाला रसोई घर लगभग गिरासू हालत में है और विद्यालय के चारों ओर गंदगी पसरी हुयी है। शिकायत के बावजूद नगर पंचायत ने गंदगी नहीं हटवायी है। विद्यालय भवन कभी भी गिर सकता है, जिसे लेकर शिक्षक व बच्चे एवं उनके अविभावकों में भय व्याप्त है।

इस सबंध में खण्ड शिक्षाधिकारी जेपी पाल ने बताया कि विद्यालय की बिल्डिंग कई स्थानों पर चटखी है, छत बहुत खराब है, इस सबंध में वह कई वार अपने स्तर से सूचना उच्चाधिकारियों को दे चुके हैं। पैसा आवंटित होते ही भवन को सही कराया जायेगा।


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