2022 की विधानसभा चुनाव में जिले की पांचों विधानसभा सीट आएंगी बसपा सुप्रीमो की झोली में: घनश्याम चंद्र खरवार | New India Times

गणेश मौर्य, ब्यूरो चीफ, अंबेडकरनगर (यूपी), NIT:

2022 की विधानसभा चुनाव में जिले की पांचों विधानसभा सीट आएंगी बसपा सुप्रीमो की झोली में: घनश्याम चंद्र खरवार | New India Times

अंबेडकर नगर: अगर राजनीति की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश राजनीति का अखाड़ा है. आगामी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले बसपा सुप्रीमो एक बार फिर से फुल एक्शन मूड पर नजर आ रही हैं। बसपा के कई कद्दावर नेता एक-एक कर पार्टी छोड़कर चले गए फिर बहन जी ने खुद उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। जिसकी वजह से बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश के अंदर हलचल मचा दी है। 2022 चुनाव में बसपा सुर्खियों में आ गई है। कुछ का कहना है कि बसपा का अस्तित्व खत्म हो गया है मगर इस बार बसपा के गढ़ में सेंध लगाना मुश्किल है। जिले में बसपा सुर्खियों में है। अंबेडकर नगर जिले की अगर बात की जाए तो मोदी योगी लहर में भी भाजपा को लोहे के चने चबाने पड़े थे। 2022 चुनाव से पहले जिले की पांचों विधानसभा सीट पर जनता की राय एक बार फिर सभी के सामने आ रही है। महंगाई भ्रष्टाचार अफसर तानाशाही गिरती हुई कानून व्यवस्था पर सरकार को कटघरे में खड़ा कर दी है। दलित पिछड़े वर्ग के लोग आज भी बीएसपी की लोकप्रियता के बारे में बताते हैं।
“नीला झंडा हाथी निशान बीएसपी की यही पहचान” अकबरपुर, जलालपुर, कटेहरी, आलापुर, इन सभी सीटों पर बीएसपी एक मजबूत पार्टी बनकर उभर रही है। जहां तक विधानसभा टांडा की बात वहां सपा और बसपा की लड़ाई। दो दशक की राजनीति करने वाले राम अचल राजभर के बारे में दलितों से पूछा गया तो उनका साफ तौर पर जवाब यही था कि रामअचल के रहने और ना रहने पर बहुजन समाज पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता। बसपा सुप्रीमों मायावती ने स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी में सुस्त पड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। बहुजन समाज पार्टी में ऊर्जावान युवा नेताओं को तरजीह दी जा रही है। बहुजन समाज पार्टी से जोनल कोऑर्डिनेटर घनश्याम चंद्र खरवार ने मीडिया से बातचीत में बताया कि 2022 विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही पार्टी में बैठकों का दौर शुरू हो गया है। संगठन को बूथ स्तर पर मजबूत करने का काम भी शुरू कर दिया गया है। पार्टी में शामिल युवा कार्यकर्ता संगठन को मजबूत करने के सुझाव दे रहे हैं, उन सुझाव पर काम भी किया जा रहा है। श्री खरवार ने बताया कि उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बहन मायावती जी ने चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी जिन्होंने उत्तर प्रदेश की बागडोर अपने हाथों में लेकर दलित शोषित पिछड़े वर्ग और भी अन्य समाज के लोगों को उन्होंने एक नया रास्ता दिखाएं, खासकर की अंबेडकरनगर जनपद में बसपा सुप्रीमो ने एक पहचान दी है। यह विकास केवल बसपा शासनकाल में ही मिला अंबेडकर नगर की पांचों विधानसभा की सीट बहन जी की झोली में जाएगी। बीएसपी जोनल कोऑर्डिनेटर घनश्याम चंद्र खरवार का कहना है कि पार्टी का फोकस आने वाले विधानसभा चुनाव पर है। बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत किया जा रहा है। ऊर्जावान नेताओं और कार्यकर्ताओं को मौका दे रही है बहन जी ऐसे लोगों को पार्टी में शामिल करेंगे जो पार्टी का नेतृत्व अच्छी तरह कर पाए और जनता के बीच अच्छी मजबूती रहे।


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