साबिर खान, पलवल (हरियाणा), NIT:
दलित छात्र देवेश उर्फ गोलू के साथ हुई अपहरण, मारपीट, जान से मारने की कोशिश मामले में शुक्रवार को भीमसेना सड़कों पर उतर आई। भीमसेना ने दिल्ली-मथुरा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 को करीब ढ़ाई घंटे तक अवरुद्ध करके रखा। ओमेक्स सिटी मॉल के पास ताऊ देवीलाल पार्क में भीम सेना के भीम सैनिक सैंकड़ों की तादात में इकट्ठा हो गए। राष्ट्रीय राजमार्ग को पूरी तरह अवरुद्ध करके भीम सैनिक लघु सचिवालय पहुंच गए और पुलिस प्रशासन को पूरा दिन जमकर ललकार कर प्रदर्शन किया। पहले ये कयास लगाए जा रहे थे कि भीम सेना चीफ नवाब सतपाल तंवर इस प्रदर्शन में शामिल नहीं होंगे क्योंकि उत्तर प्रदेश पुलिस उनको कई संगीन मामलों में तलाश कर रही है लेकिन पुलिस व्यवस्था को धत्ता बताते हुए नवाब सतपाल तंवर ने भीम सेना के इस प्रदर्शन में पहुंचकर पुलिस और प्रशासन की नाक में दम कर दिया।
गौरतलब है कि 26 सितंबर 2020 को दलित समाज के नाबालिग छात्र देवेश उर्फ गोलू का अपहरण किया गया था जिसे अपहरण करके बुलन्दशहर ले जाकर इतनी बुरी तरह मारा की बच्चे की जान चली जाए। आरोपी इस बच्चे को मरा हुआ समझ कर फरार हो गए थे लेकिन बच्चा 8 महीने तक जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ता रहा। बच्चे की मां सुमित्रा देवी न्याय की गुहार लगाती रही। बच्चे की मां पलवल सिटी थाने से लेकर, डीएसपी, एसपी, डीसी, सीएम तक गुहार लगा चुकी थी लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं की गई। जब यह मामला भीम सेना के पास पहुंचा तो भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर ने कानूनी कार्रवाई करते हुए पलवल सिटी थाने में 25 मार्च 2021 को मुकदमा संख्या 0188 आईपीसी की धारा 120बी, 323, 365, 506 और एससी/ एसटी एक्ट की धारा 3 (5) में विकास, मनीषा और हरजीत के खिलाफ दर्ज किया गया। आरोप है कि लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए डीएसपी सिटी पलवल यशपाल खटाना ने आरोपियों से मोटी रिश्वत खाकर मामले में नियमानुसार कोई गिरफ्तारी नहीं की और मामले को रफा दफा कर दिया। इस संबंध में सतपाल की अदालत में डीएसपी यशपाल खटाना और एसपी दीपक गहलावत से भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर ने लाइव में सवाल जवाब भी किए थे।
पुलिस अधिकारियों से गुस्साई भीम सेना शुक्रवार को सड़कों पर उतर आई। जिसका नेतृत्व नवाब सतपाल तंवर कर रहे थे। भीम सेना ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 दिल्ली मथुरा को जाम कर दिया और लघु सचिवालय पर जमकर बवाल काटा। प्रशासन ने स्थिति को संभालने की कोशिश की लेकिन हमेशा नाकामयाबी मिली। प्रशासन ने एडीसी पलवल, डीएसपी, डिप्टी एसपी, ड्यूटी मजिस्ट्रेट सहित कई अधिकारी भीम सैनिकों को समझाने और उनकी समस्या सुनने के लिए भेजे। लेकिन नवाब सतपाल तंवर की जिद्द थी कि डीसी पलवल और एसपी पलवल पुलिस उनसे बात करेंगे तभी आगे की कार्रवाई की जाएगी। आखिरकार डीसी पलवल और एसपी पलवल पुलिस को झुकना पड़ा और नवाब सतपाल तंवर से बात करने अपने दफ्तरों से बाहर आना पड़ा। डीसी पलवल और एसपी पलवल पुलिस के मुताबिक जांच अधिकारी यशपाल खटाना को छुट्टी पर भेज दिया गया है और उनका जल्द ट्रांसफर कर दिया जाएगा साथ ही मामले में सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया जाएगा और मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन भी कर दिया गया है। नवाब सतपाल तंवर की मांग को मानते हुए एसपी पलवल ने एसआईटी में डीएसपी और इंस्पेक्टर अनुसूचित जाति के सदस्यों को नामित किया है साथ ही पीड़ित को मुआवजा भी दिलाया जाएगा।
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