शिकारियों के द्वारा बिजली का जाल बिछाये जाने से उसमें फंसने से हुई टाइगर की मौत, घटना में संलिप्त लोगों को बख्शा नहीं जाएगा: मुख्य वन संरक्षक | New India Times

वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:

शिकारियों के द्वारा बिजली का जाल बिछाये जाने से उसमें फंसने से हुई टाइगर की मौत, घटना में संलिप्त लोगों को बख्शा नहीं जाएगा: मुख्य वन संरक्षक | New India Times

महेशपुर रेंज क्षेत्र के ग्राम डोकरपुर एवं स्वामीदयाल पुर गांव के बीच पिरई नाले के पास खेतों में जंगली जानवरों के शिकार के लिए लगाए गए 11000 लाइन से संबंध तार की चपेट में आने से एक टाइगर और एक सूअर की मृत्यु घटनास्थल पर ही हो गई.
मौके पर पहुंचे वन विभाग के आला अधिकारियों टाइगर के सव को पंचनामा कर डॉक्टरी परीक्षण हेतु बरेली भेज दिया है और इस घटना से संलिप्त लोगों को खिलाफ जांच जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार महेशपुर रेंज की बीट आंवला के गांव डोकरपुर मे टाइगर की मृत्यु का समाचार पाकर क्षेत्र के हजारों व्यक्तियों की भीड़ देखने के लिए घटनास्थल पर पहुंचने लगी, वहीं सूचना पाकर थानाध्यक्ष मितौली अनिल कुमार सैनी तथा पुलिस उपाधीक्षक मितौली शीतांशु कुमार मै फोर्स के साथ घटना स्थल का निरीक्षण किया। वही दक्षिण खीरी वन रेंज के डीएफओ समीर व डी एफ ओ अनिल पटेल फील्ड डायरेक्टर दुधवा संजय पाठक, डब्ल्यू डब्ल्यू एफ के अधिकारीगण एवं मुख्य वन संरक्षक लखनऊ आरके सिंह, तथा रेंजर मोबीन आरिफ भी सूचना पाकर अपने स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे, वहीं टाइगर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा बरेली भेजा गया। जानकारी लेने पर कुछ ग्रामीणों ने बताया कि उक्त स्थान पर क्षेत्र के कुछ शिकारियों द्वारा जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिजली का तार काफी अरसे से लगाया जा रहा था, जिसकी सूचना कई बार संबंधित वन कर्मी को दी गयी, लेकिन कोई कार्यवाही ना होने के चलते शिकारियों के हौसले बुलंद थे जिसमें जंगली सूअरों की मृत्यु होती रहती थे, जिसके चलते गत रात्रि टाइगर भी उसी स्थान पर सूअर के शिकार के उद्देश्य को लेकर वहां पहुंचा इसी दौरान,11,000, बिजली के तार मे फैलाए गए तार से फस कर टाइगर की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
वहीं घटनास्थल पर पहुंचे वेटरनरी डॉक्टर पंकज सिंह व अनुपम सिंह ने टाइगर के शव को भली भांति परीक्षण कर प्रथम दृष्टया पत्रकारों को बताया कि इसकी उम्र लगभग 5 से 6 साल की है और इसकी मृत्यु बिजली के करंट लगने से हुई है और लोहे के तार से इसके गले में फंस जाने से मृत्यु दर्शाती है पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मरने के कारणों की जानकारी हो पाएगी वहीं मुख्य वन संरक्षक आरके सिंह, ने बताया कि घटना के अनुसार यही प्रतीत हो रहा है कि शिकारियों के द्वारा बिजली का करंट से जार विचार कर किसी जंगली जानवर को मारने के उद्देश्य से जाल बिछाया था उसी में फंस कर जंगली सूअर व टाइगर की मौत हो गई है घटना के हर पहलू पर तहकीकात कराई जा रही है , दोषियों को अतिशीघ्र पकड़ा जाएगा, एवं इसमें दोषी वन कर्मियों को भी खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी, वहीं पर्यावरण जन सोसाइटी के महासचिव अशोक कुमार मुन्ना ने बताया कि महेशपुर रेंज में आये दिन घटनाएं हो रही हैं पिछले 2 सालों में कई शेरो कि संदेह पद मौत हो चुकी है, लेकिन वन विभाग के कान मे जूं तक नहीं रेंग रही हैं, जिसका जीता जागता प्रमाण यह है कि आये दिन वन्यजीवों की मौतें हो रही हैं, लेकिन व अधिकारियों को गुमराह कर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं।


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By nit

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