अबरार अहमद खान, स्टेट ब्यूरो चीफ, भोपाल (मप्र), NIT:
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सिर्फ छोटे दुकानदार एवं ग़रीब ठेलो वालों का समय कम कर देना मसले का हल नहीं है बल्कि संक्रमण से बचाव के लिए आम नागरिकों में जागरूकता अभियान चलाये जाने की ज़रूरत है। जमीअत उलमा मध्यप्रदेश के प्रेस सचिव हाजी मोहम्मद इमरान ने प्रेस नोट जारी करते हुऐ कहा है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आम नागरिकों में जागरूकता अभियान चलाये जाने की ज़रूरत है। किसी तरह का बंद या समय मे कटौती वह भी सिर्फ छोटे व्यापारिक लोगो के लिए इससे कॅरोना संक्रमण से लड़ा नहीं जा सकता है। संक्रमण से बचाव के लिऐ एक मात्र ज़िला प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं को जागरूक अभियान चलाने होंगे और बाज़रो में सोशल डिस्टेंस के सख्ती से पालन करवाने होंगे ।एक तरफ तो शराब चाय की होटलों और खाने पीने की होटलों में भीड़ भाड़ है जहां कही भी ज़िला प्रशासन के दिशा निर्देश का पालन नही हो रहा है। वहीं छोटे दुकानदार एवं ग़रीब ठेलो वालों पर सख्ती की जा रही है।
अगर बड़े व्यापारी जल्दी बन्द करें तो कोई हर्ज नही पर छोटे ठेले वालो पर इस दिशा निर्देश को लागू न किया जाए। जिनका धंदा सिर्फ शाम 5 बजे से रात्रि तक ही होता है ऐसे में ये ग़रीब क्या करें और कहां जाए जिनको सरकार की तरफ से भी कोई राहत नही ।हाजी इमरान ने कहा कि शराब की दुकान 11:30 बजे तक।
बड़े प्रतिष्ठान, होटल 10:30 बजे तक, छोटे दुकानदार, गरीब ठेलेवाले सिर्फ 8:00 बजे तक, कहाँ का उचित है? क्या इन गरीब ठेले वालों या सिर्फ छोटे दुकानदारों से संक्रमण फैलने का खतरा है? सरकार को जिनका अधिक ख्याल रखना चाहिए उनके ऊपर सख्ती और जहां संक्रमण फैलने का खतरा है उन्हें छूट अफसोस नाक है। शासन प्रशासन को पुनः विचार कर दिशा निर्देश जारी करना चाहिए जिस से किसी गरीब के घर का चूल्हा न बुझे। इस संक्रमण से बचाव के लिए बन्द की नहीं जागरूकता की ज़रूरत है। ज़िला प्रशासन की ओर से आम नागरिकों को जागरुक करने के प्रयास किए जाएं और छोटे ठेले वालों का ख्याल रखें जहां भीड़ का कोई कार्य नहीं है।
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