सलमान चिश्ती, ब्यूरो चीफ, रायबरेली (यूपी), NIT:
खीरों थाना क्षेत्र के अंतर्गत लाऊखेड़ा के समीप स्थित लोगों की आस्था के प्रतीक बने प्राचीन मन्दिर को बुधवार की रात कुछ दबंग भू माफियाओं ने ढहा दिया और मंदिर की मूर्तियों को नहर में फेंक दिया। गुरुवार की सुबह जानकारी होने पर ग्रामीणों ने मूर्तियाँ नहर से उठाकर फिर से मंदिर के टूटे चबूतरे पर रखा। भूमिधरी जमीन के स्वामी के बेटे ने तहरीर देते हुये मुकदमा दर्ज कराया है। मन्दिर ढहाए जाने से क्षेत्रीय लोगों में व्यापक आक्रोश है। सैकड़ों भक्तों की आस्था का प्रतीक बन चुके मंदिर को ढहाने के पीछे भूमाफिया का उद्देश्य कीमती जमीन पर कब्जा करना बताया जा रहा है। भू माफिया को छुड़ाने के लिए कुछ दलालों और सत्ता पक्ष के कुछ नेताओं ने पुलिस के ऊपर दबाव बनाया लेकिन मामला चर्चित हो जाने के बाद पुलिस भू माफिया पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के लिए मजबूर हो गई।
कस्बा खीरों निवासी रोहित कुमार कुरील पुत्र कमलेश ने बताया कि थाने से कुछ ही दूरी पर खीरों-सगुनी मार्ग के किनारे उनके पिता कमलेश के नाम भूमिधरी जमीन है। इसी जमीन में सड़क के किनारे लगभग सौ वर्षों से अधिक पुराना कल्यानवीर बाबा का मन्दिर बना हुआ है। बुधवार की रात वह अपने खेत की रखवाली कर रहा था। तभी बरौला निवासी करन सिंह पुत्र ननकऊ सिंह व उनके अज्ञात साथियों ने जमीन की नाप करने के बाद मन्दिर को बेलचा आदि से ढहा दिया। मन्दिर परिसर में लगे नल को भी उखाड़ ले गए। गुरुवार की सुबह जानकारी होने पर मन्दिर परिसर से लेकर थाने तक आस्था व आक्रोश का सैलाब उमड़ पड़ा। पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर कार्यवाही का आस्वासन देकर शान्त कराया। प्रभारी निरीक्षक मणिशंकर तिवकारी ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर दो आरोपितों को हिरासत में लिया गया है। आगे की कार्यवाही की जा रही है। खीरों-सगुनी मार्ग पर थाने से चन्द कदम की दूरी पर लाऊ खेड़ा गाँव के पास कल्यानवीर का एक मन्दिर स्थित है। ग्रामीणों की माने तो यह मन्दिर लगभग सौ वर्षों से अधिक पुराना है। भक्तों की आस्था के केन्द्र इस मन्दिर का चबूतरा पहले कच्चा बना हुआ था। भक्तों की मन्नत पूरी होने पर धीरे-धीरे मन्दिर को भव्यता मिलने लगी। लगभग एक दशक पूर्व लालगंज के ओरी का पुरवा निवासी पप्पू ने इस चबूतरे को पक्का करा दिया था। इसी दौरान कस्बा खीरों निवासी अयोध्या साहू और क्षेत्रीय भक्तों के सहयोग से इस मन्दिर के चबूतरे के ऊपर छत डलवाकर इसे भव्यता दी गई थी। ग्रामीणों में इस बात की चर्चा है कि मन्दिर ढहाए जाने का आरोपी बरौला निवासी करन सिंह व उसके साथ शामिल सत्ता पक्ष के कुछ लोगों सहित एक दलालों का गैंग है जो क्षेत्र में कई जगहों पर जमीने हथियाने का काम कर रहा है। उस भू माफिया गैंग ने क्षेत्र में कई जगहों पर जमीनों पर जबरन अवैध कब्जा कर रखा है। कई मसलों पर पुलिस व प्रशासन की भूमिका संदिग्ध रही है।
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