फराज अंसारी, बहराइच (यूपी), NIT;
देशभर में रिश्वतखोरी के लिए बदनाम परिवहन विभाग पर सत्ता परिवर्तन का कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। केंद्र से लेकर प्रदेश तक सत्ता परिवर्तन हो चुका है लेकिन परिवहन विभाग के अधिकारियों की रिश्वतखोरी पर कोई असर नहीं पडा है। इस मामले में उत्तर प्रदेश का बहराइच जिला परिवहन कार्यालय किसी से भी पीछे नहीं है। यहां तो कोई भी काम बिना रिश्वत व दलालों के नहीं होता है। यहां दलालों के साथ मिलीभगत कर अधिकारियों पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया जा रहा है।विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ बहराइच आरटीओ आफिस रिश्वतखोरी का अड्डा बना हुआ है। यहां हर काम दलालों के मार्फत ही होता है और दलालों व आरटीओ ऑफिस के अधिकारियों में जबर्दस्त तालमेल है। मतलब बिना रिश्वत दिए यहां कोई भी काम होना संभव ही नहीं है। कहने को तो शासन बदला और निजाम बदला, पर न बदला आर टी ओ ऑफिस का हाल। आरोप है कि आरटीओ ऑफिस में लगभग सभी कर्मचारी खुले आम रिश्वत( घूंस ) ले रहे हैं। बिना पैसा लिए कोई भी काम की उम्मीद करना बेमानी है और साथ ही ये सोचने की बात है आर टी ओ कार्यालय पूरी तरह दलालों के कब्जे में है।अब सवाल यह उठता है कि आखिर इन घूसखोर अधिकारियों व दलालों को कौन संरक्ष्ण दे रहा है? इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी भी कन्नी काटते नजर आ रहे हैं। आरोप है कि बडे जिम्मेदार अधिकारी भी इस बन्दर बांट में शामिल हैं।
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