मध्य प्रदेश सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं का जिले के विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ, जिले में 95 छात्र-छात्राओं को मिलेगी ई-स्कूटी, 339 को लैपटॉप की राशि | New India Times

रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:

मध्य प्रदेश सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं का जिले के विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ, जिले में 95 छात्र-छात्राओं को मिलेगी ई-स्कूटी, 339 को लैपटॉप की राशि | New India Times
निशा मेहरा, सहायक आयुक्त, जनजातीय विभाग, झाबुआ

मध्य प्रदेश सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं का जिले के विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा जिसके तहत जिले में 95 छात्र-छात्राओं को ई-स्कूटी मिलेगी और 339 को लैपटॉप की राशि दी जाएगी।

सहायक आयुक्त का कहना है कि स्कूटी देने के पहले विद्यार्थियों को उसे चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी, लेकिन जनजातीय कार्य विभाग ने आरटीओं से वाहन चलाना सिखाने वाली संस्थाओं के बारे में अब तक जानकारी भी नहीं मांगी है इसलिए अभी विद्यार्थियों को ट्रेनिंग देने के लिए किसी भी संस्था से अनुबंध नहीं किया गया है।
कक्षा 12 वीं में 75 प्रतिशत या इससे ज्यादा अंक लाने वाले विद्यार्थियों को सी एम मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना के तहत लैपटॉप के लिए 25-25 हजार रुपए दे रही है। इस योजना के तहत इस साल जिले के 339 छात्र-छात्राओं को लैपटॉप के लिए राशि मिलना है। इनकी लिस्ट जिला शिक्षा विभाग द्वारा माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड भोपाल को भेज दी है।

यातायात के नियमों का सिखाया जाएगा पाठ

छात्र-छात्राओं को ई-स्कूटी के अलावा पेट्रोल वाली स्कूटी लेने की भी स्वतंत्रता रहेगी। पिछले दिनों राज्य सरकार कैबिनेट की बैठक हुई थी, जिसमें भी इस प्रस्ताव को पारित कर दिया है। जल्द ही राज्य सरकार की ओर से आदेश जारी होंगे। स्कूटी कब तक दी जाएगी, यह अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन स्कूटी देने के पहले सभी टॉपर्स विद्यार्थियों को इसे चलाने की ट्रेनिंग देने के साथ उसे यातायात के नियमों का पाठ सिखाया जाएगा। इसके अलावा टॉपर्स को लर्निंग लाइसेंस भी बनाकर दिया जाएगा, ताकि वे सुरक्षित तरीके से स्वयं स्कूटी चला सके। इसके लिए तैयारी शुरू नही की गई है।
प्रदेश सरकार विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इनमें से एक ई- स्कूटी योजना भी है। ई- स्कूटी योजना के अंतर्गत जिले की 95 विद्यार्थियों को चुना गया है। ई-स्कूटी योजना में स्कूटी कब तक मिलेगी यह अभी तय नहीं हुआ है।

3 से 5 दिन की होगी ट्रेनिंग

शासन के निर्देशानुसार स्कूटी देने के पहले दी जाने वाली यह ट्रेनिंग 3 से 5 दिन की होगी। इस दौरान उन्हें यातायात के नियम भी बताए जाएंगे। स्कूटी चलाने की ट्रेनिंग भी अधिकृत प्रशिक्षण संस्थान द्वारा दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान विद्यार्थियों को रेड, यलो व ग्रीन सिग्नल की जानकारी दी जाएगी साथ ही हेलमेट पहनने की हिदायत के साथ सुरक्षित वाहन चलाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

ब्लॉक स्तर पर देंगे प्रशिक्षण

पात्र विद्यार्थियों को ई-स्कूटी दी जाएगी। इसके पहले उन्हें उसे चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए शासन स्तर से निर्देश प्राप्त हो चुके हैं। हम आरटीओ से वाहन चलाना सिखाने वाली अधिकृत संस्थाओं की जानकारी मांगगे,ताकि अनुबंध किया जा सकें। फिलहाल ब्लॉक स्तर पर ट्रेनिंग देने का प्लान है।


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