अब्दूल वहीद काकर, धुले (महाराष्ट्र), NIT; जमीयत उलेमा-ए-हिंद धुलिया इकाई द्वारा सांप्रदायिक सौहार्द्र और देश में आपसी भाइचारे को और अधिक मजबूत करने के लिए अमन मार्च निकाला। मार्च शिवाजी महाराज की प्रतिमा को सिख धर्म गुरु धीरज सिंह के हाथों पुष्माला अर्पण कर आंरभ किया गया। सभी धर्मों के स्थानीय गुरू जिसमें सिख धर्म गुरू बाबा धीरज सिंह, ईसाई धर्म गुरू फादर विलसन, गणपती मंदिर संस्थान अध्यक्ष मनोहर लाल शर्मा, बौद्ध धर्म गुरू रत्नदीप भंते, बौद्ध महासभेच्या अध्यक्ष महेंद्र महाले, तायडे अप्पा आदि की प्रमुख उपस्थिति में जमीयत उलेमा के अध्यक्ष मौलाना कासिम जिलानी के नेतृत्व में सद्भावना रैली बाराह पत्थर जेल रोड होते हुए शांति अमन भाई चारा सांप्रदायिक सौहार्द्र की तख्तियां हाथों में लेकर दो हजार नागरिकों ने अमन सदभावना सांप्रदायिक सौहार्द्र रैली में शिरकत की। इस दौरान अल्पसंख्यक समुदाय के नागरिकों ने मूक मार्च करते हुए बस स्टैंड स्थित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास मोर्चा का रूपांतरण सभा में किया गया जिसमें जमीयत उलेमा-ए-हिंद के जिला अध्यक्ष मुफ्ती मोहम्मद कासिम ने संबोधित करते हुए कहा है कि इस अभियान को सामाजिक एकता और अखंडता को समर्पित किया है। देश में पिछले कुछ महीनों से लगातार अल्पसंख्यकों और बहुसंख्यकों के बीच तनाव पैदा करने की कोशिशें की जा रही हैं। साम्प्रदायिकता और नफरत से भरे बयान आ रहे हैं। समाज के एक वर्ग में दहशत पैदा करने की कोशिशे हो रही हैं। हिंदू-मुस्लिम भाईचारे के लिए बड़ा खतरा पैदा हो गया है। इसी को मद्देनजर रखते हुए जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने इस देश व्यापी अभियान की शुरूआत की है। जिसमें हिंदू, मुस्लिम, सिख इसाई, बौद्ध, जैन आदि कई धर्मों के धर्म गुरु देश में सांप्रदायिक सौहार्द्र भाई चार अमन चैन शांति कायम करने हेतु प्रयास कर रहे हैं। इसी में देश तथा सभी का हित सुरक्षित है। उपस्थित मान्यवार प्रमुख अथितीयों का जमीयत उलेमा के उपाध्यक्ष गुफरान सेठ पोपट वाले ने स्वागत किया तथा राष्ट्रीय गीत पढ़ कर अमन सदभावना मार्च का समापन हुआ।
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