ओवैस सिद्दीकी, अकोला ( महाराष्ट्र ), NIT; पूरे भारत भर में इंसानियत पर हो रहे ज़ुल्म के खिलाफ जमीअत उलामा ए हिंद ने भारत के हर छोटे बड़े शहर व तालुके में अमन मार्च रखा ताकि भारत वासियों को ये संदेश मीले कि कुछ ही लोग भारत को तोड़ना चाहते हैं, उन लोगों को अमली जवाब देने के लिए और भारत वासियों को आपस में भाईचारा पैदा करने के लिए अमन मार्च किया गया।
इंसानों पर हो रहे ज़ुल्म के खिलाफ जमीअत उलमा ए हिंद अकोला ने भी अमन मार्च रैली निकाली जो मौलवी सैय्यद वसीउल्लाह व असीफ अहमद खान के नेतृत्व में निकला। इस रैली की शुरुआत कारी मसुद साहब की तिलावत से की गइ और अभार प्रदर्शन शहर अध्यक्ष मौलवी सुहेल एजाज़ साहब ने किया। आने वाले सभी मेहमानों ने अपनी सोच रखी। हज़ारों की तादाद में लोग इस रैली मे मौजुद थे। छोटे छोटे बच्चो ने भी अपने हाथों में प्लेकार्ड लेकर देश को अमन का संदेश दिया। लोगों से समाजिक कामों में बढ़ चढ़कर हीस्सा लेनी की अपील कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों ने की।
रैली जब फतह चौक से निकली तो ऐसा लगा जैसे इंसानों का समंदर हो। इस रैली से अकोला की फिज़ा में अमन कायम होगा और अकोला के साथ साथ पूरे मुल्क में सभी समाज के लोग अपास में मिलजुलकर रहेंगे और उन लोगों को जावाब देंगे जो धर्म के नाम पर गुंडा गर्दी करते हैं। अलग अलग समाजों को समाज के नाम से लडाते हैं, इन लोगों के मुंह पर ये रैली ज़ोरदार तमाचा है, जो अमन की फिज़ा को खराब करना चाहते हैं। रैली के बाद फतह चैक पर दुआ भी की गइ। इस रैली को कामियाब करने के लिए शहर के कार्यकर्ता व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया और अकोला के मुस्लिम नगर सेवकों ने भी हिस्सा लिया। इस रैली में मौजूद शेख अब्दुल्लाह, मौलवी सुहेल, सुहेल, मुफ्ती अब्दुल वाजीद, वाजीद, वज़ीर खान जनाब हाफीज़ मज़हर, कारी मसुद, भंते पुजानंद, मुफ्ती ज़िक्रउल्लाह, जमील अहमद खान, अमीत खांडेकर, राजेंद्र पातोडे, मौलाना मुजाहीद, सज्जाद हुसेन, धनंज्य मिश्रा, हाफीज़ मोहम्मद जावेद, मौलवी अय्यूब, सैय्यद महेमुद अली आदि मान्यवर मौजूद थे।
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