टिकटों के आगे सरकार का स्लोगन '2 गज की दूरी मास्क है जरूरी' हुआ विलुप्त | New India Times

गणेश मौर्य, ब्यूरो चीफ, अंबेडकरनगर (यूपी), NIT:

टिकटों के आगे सरकार का स्लोगन '2 गज की दूरी मास्क है जरूरी' हुआ विलुप्त | New India Times

अकबरपुर रेलवे काउंटर पर रिजर्वेशन टिकट के लिए मारामारी चल रही है जहां सोशल डिस्टेंसिंग की पूरी से धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। जहां आरपीएफ पुलिस का कोई जवान भी दिखाई नहीं देता। नियमों के पालन से ज्यादा नियमों का उल्लंघन जमकर किया जा रहा है।
वायरल तस्वीर पर आप देख सकते हैं कि ना तो मास्क और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग, सरकार की तरफ से सख्त हिदायत दी गई है कि वैक्सीन लगवाने के बावजूद भी लापरवाही ना बरतें।
इस महामारी में जिसके परिवार आंखों के सामने दम तोड़ते दिखाई दिए उनका डर उनकी आंखों में अभी भी दिख रहा है। दूसरी तरफ लॉक डाउन की छूट मिलते ही प्रवासी मजदूर पलायन करने को मजबूर हो गए हैं क्योंकि उनके पास भी आर्थिक तंगी और मजबूरियां आ गई हैं। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, सूरत, बिहार, जाने वाली ट्रेनों में स्लीपर में सीट न होने के कारण यात्रियों में तत्काल टिकट को लेकर मारामारी चल रही है। अकबरपुर रेलवे स्टेशन पर तत्काल टिकट के लिए 24 घंटे पहले ही लोग लाइन में लग रहे हैं। ए.सी. तत्काल टिकट सुबह 10 बजे और स्लीपर टिकट सुबह 11 बजे मिलना शुरू हो जाता है। टिकट कांऊटरों पर सोशल डिस्टैंसिंग का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा। अकबरपुर रेलवे स्टेशन पर तत्काल टिकट के रात में ही लोग अपना डेरा जमा लेते हैं और सुबह होते ही लोग लाइन में लग जा रहे हैं। टिकट के लिए लोग रात भी रेलवे स्टेशन पर गुजार रहे हैं। 
 ए.सी. में सीटें खाली लेकिन स्लीपर कोच फुल, जिन पैसेंजर्स की वेटिंग टिकट है, यदि वह कन्र्फम नहीं हैं तो वह प्लेटफार्म पर भी नहीं जा सकता। ऐसे में पैसेंजर को तत्काल टिकट का ही सहारा है।
 


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By nit

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