अतीश दीपंकर, भागलपुर/पटना (बिहार), NIT:
भागलपुर जिला के जगदीशपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत जोरी नदी में चल रही बालू खनन के खबर की जानकारी होने के बाद भी ना तो जिला प्रशासन हरकत में आयी और ना ही जगदीशपुर थाना। लगातर बालू खनन माफियाओं के द्वारा यहां पर अवैध बालू का कारोबार फल- फूल रहा है। हालाकि इस खनन में बड़े -बड़े आधिकारी की मिलीभगत की बात सामने आ रही है। स्थानीय पुलिस से लेकर खनन विभाग तक को इस बालू खनन से जुड़ी सारी बातें पता हैं।
कहा जा रहा है कि मिलीभगत और बालू माफिया की हिस्सेदारी में अवैध बालू का काम चल रहा है। लोगों का कहना है कि पुलिस अवैध बालू खनन पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है यह बड़ा सवाल है। पुलिस अगर यह कहे कि इस अवैध बालू खनन का हमें पता नहीं है तो इसका सारा सबूत हमारे संवाददाता के पास मौजूद है। क्या इन बालू खनन के बारे में भागलपुर के एसएसपी नीताशा गुड़िया को पता नहीं है? अगर पता है तो पुलिस कर क्या रही है? अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई? इसके क्या कारण हो सकते हैं? फिलहाल तो बालू माफिया द्वारा तांडव मचाया हुआ है। इस तरह से पुलिस की कार्यशैली पर भी उंगली उठाने का आरोप लगाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि शाम होते ही बालू माफिया दलालों की मदद से मैनेज करवाते हैं फिर रातों रात बालू की ढुलाई होता है। खुलेआम बालू माफिया हथियार लेकर घूम रहे हैं ताकि डर से इस मामले को कोई उजागर न करे। जोरी नदी के बगल में पुरैनी के रहने वालों ने बताया कि बालू के अवैध खनन को लेकर पुलिस सिर्फ खानापूर्ती करती है।
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