Edited by Arshad Aabdi/ Rohit Rajak, NIT;
लेखक: कफील अब्बास
जैसे जैसे गर्मियों का मौसम आता है अक्सर हमे आग लगने की घटनायें में बढ़ोतरी की खबर मिलने लगती हैं।आप सब नेआग को तो देखा ही होगा। कोई अगर आप से या हम से कहे की आग क्या होती है तो हम तुरंत कहते है की आग एक ऐसी चीज़ है जो गर्मी और प्रकाश को उत्पन्न करती है, जो किसी चीज़ को जलाने से पैदा होती है, लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है की आग किस चीज से बनती है?
आइये समझते हैं:-
आग लगने के लिए तीन चीजों की आवश्यकता होती हैः ऑक्सीजन, ज्वलनशील पदार्थ और गर्मी। यह तीनों चीज़ें मिलकर एक त्रिबुज का निर्माण करती हैं। इस त्रिबुज की रचना होने पर ही आग लगती है ।यदि इस त्रिबुज का निर्माण न हो तो आग नहीं लगेगी।
BURNING POINTS क्या है?
इस को तीन भागों में बांटा गया है,
- फ़्लैश प्वाइंट
एक वाष्पशील सामग्री का फ्लैश बिंदु सबसे कम तापमान होता है जिसमें सामग्री का वाष्प प्रज्वलित होता है, जब इग्निशन स्रोत दिया जाता है।
- इग्निशन पॉइंट
इग्निशन तब होता है जब प्रतिक्रिया से उत्पन्न गर्मी इसे बनाए रखने के लिए पर्याप्त हो जाती है।
- फ़्लैश ओवर प्वाइंट
एक संलग्न क्षेत्र में सभी दहनशील सामग्री का एक साथ इग्निशन जहां तापमान 500 डिग्रीसेल्सियस से अधिक हो।
आग कितने प्रकार के होते है?
- आग को 6 भागों में बांटा गया है
Class-A, Class-B, Class-C, Class-D, ELECTRICAL तथा Class-F
- Class-A आग -ज्वलनशील सामग्री:
लकड़ी, कागज और कपड़े जैसे ज्वलनशील ठोस पदार्थों की वजह से
- Class-B आग – ज्वलनशील तरल पदार्थ:
जैसे पेट्रोल, तारपीन या पेंट
- Class-C आग – ज्वलनशील गैसों:
जैसे हाइड्रोजन, ब्यूटेन या मीथेन
- Class-D आग – दहनशील धातु:
मैग्नीशियम, एल्यूमीनियम या पोटेशियम जैसे रसायनों विद्युत आग – बिजली के उपकरण: एक बार बिजली के सामान हटा दिए जाने पर, आग कक्षा बदल जाती है।
- Class-F आग –
खाना पकाने के तेल
धुआं क्या होता है?
धुआं गर्म गैसों, तरल पदार्थों की छोटी बूंदों और ठोस कणों का मिश्रण है , धुआं में ऊपर उठने की प्रवृत्ति होती है, आग के दौरान सभी मौतों की 80% धुएं के साँस लेने के कारण होती हैं।
आग गर्म क्यों होती हैं ?
आग गर्म होती है क्योंकि दहन की प्रक्रिया के दौरान इंधन पदार्थ के रासायनिक बॉन्ड्स (Chemical Bonds) टूटते हैं और बनते हैं। इसकी वजह से थर्मल एनर्जी (Thermal Energy) उत्पन्न होती हैं दहन केदौरान इंधन और ऑक्सीजन का कार्बन डाइऑक्साइड औरपानी में रूपांतरण होता हैं। इस प्रक्रिया को शुरू करने के लिए उर्जा की जरुरत होती हैं जिससे इंधन और ऑक्सीजन के परमाणुओं के बीच के बॉन्ड्स टूटते हैं, लेकिन इसमें ज्यादा उर्जा तब release होती हैं जब यह रासायनिक बॉन्ड्स कार्बन डाइऑक्साइड और पानी के स्वरुप को धारण करते हैं। इसमें धुएं के स्वरुप में कुछ अस्थिर गैसें बाहर निकलती हैं। यह धुआं ज्यादातर हाइड्रोजन, कार्बन और ऑक्सीजन से बना होता है।
Er Kaif Abbas, Manager- Training Department, Company- Ceasefire Industries Pvt Ltd- Meerut
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