त्रिवेंद्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:

देवरी नगर पालिका परिषद द्वारा शहर के फुटपाथ, रेहड़ी और अस्थायी दुकानदारों से प्रतिदिन बाजार बैठकी वसूली की जाती है। नगर के झिन्ना पुलिया से लेकर सिविल लाइन क्षेत्र तक रोजाना सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक करीब 500 दुकानें लगती हैं।

नगर पालिका के राजस्व विभाग अधिकारी कामरान खान के आदेश पर बसूली प्रभारी हरिशंकर उर्फ हल्लू सेन द्वारा दुकानदारों से वसूली की जाती है। नियम अनुसार प्रतिदिन करीब 500 दुकानों से लगभग ₹5,000 नगरपालिका खाते में जमा होना चाहिए, परंतु सरकारी रिकॉर्ड में मात्र ₹700 से ₹1,500 ही जमा दिखाए जा रहे हैं। शेष ₹3,000 से ₹4,000 की राशि प्रतिदिन हड़प किए जाने का आरोप लगाया गया है। यह फर्जीवाड़ा पिछले 3 से 5 वर्षों से लगातार जारी बताया जा रहा है।

पार्षद त्रिवेंद्र जाट ने नगर भ्रमण के दौरान जानकारी ली, जिसमें पाया गया कि नगर में प्रतिदिन लगभग 400 से 500 दुकानें लगती हैं —
जैसे सब्जी दुकानें (80), चाट-फूलकी-चाउमीन दुकानें (60), फल दुकानें (60), मनिहारी दुकानें (50), मुर्गा-मछली-अंडा दुकानें (50), पान दुकानें (50), कपड़े की दुकानें (25), ढाबे (10), प्रेस व जूते दुकानें (10)।
इन सभी से नगर पालिका 10 रुपये की रसीद काटकर कर वसूलती है, मगर रिकॉर्ड में मात्र ₹1,000 से ₹1,500 तक ही दर्ज किया जा रहा है।
पिछले 20 दिनों का रिकॉर्ड देखने पर साफ पता चलता है कि वसूली की गई राशि और जमा राशि में भारी अंतर है —
तारीख
वसूली राशि (₹)
सरकारी रिकॉर्ड में जमा (₹)
17 अक्टूबर
3000
—
18 अक्टूबर
1290
1290
19 अक्टूबर
1310
1310
20 अक्टूबर
1490
1490
21 अक्टूबर
वसूली हुई, पर रिकॉर्ड में नहीं
22 अक्टूबर
650
650
23 अक्टूबर
750
750
24 अक्टूबर
2400
2400
25 अक्टूबर
900
900
26 अक्टूबर
1000
1000
27 अक्टूबर
1100
1100
28 अक्टूबर
900
900
29 अक्टूबर
1050
1050
30 अक्टूबर
850
850
31 अक्टूबर
वसूली हुई, पर राशि जमा नहीं
1 नवम्बर
वसूली हुई, पर राशि जमा नहीं
यह सब दर्शाता है कि नगर पालिका के कर्मचारी और अधिकारी मिलकर पिछले कई वर्षों से खुला भ्रष्टाचार कर रहे हैं। साथ ही, सागर कलेक्टर द्वारा दीपावली एवं ग्यारस पर्व पर जिले की सभी नगर पालिकाओं को निर्देश दिए गए थे कि इन दिनों छोटे दुकानदारों से कोई भी कर या शुल्क वसूला न जाए। इसके बावजूद देवरी नगर पालिका के कर्मचारी हरिशंकर उर्फ हल्लू सेन द्वारा खुलेआम बसूली की गई, जो आदेशों की सीधी अवहेलना है।
यह गंभीर सवाल है कि आखिर यह वसूली किस अधिकारी के आदेश पर की गई? पार्षद त्रिवेंद्र जाट ने इस पूरे मामले में सागर कलेक्टर को पत्र लिखकर भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। जब मामला सार्वजनिक हुआ, तो नगर पालिका के मुख्य अधिकारी के. वी. एस. बघेल ने बाजार बैठकी प्रभारी हरिशंकर उर्फ हल्लू सेन को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया:
देवरी एसडीएम को पूरे मामले की जांच सौंपी गई है। अधिकारियों का कहना है कि दीपावली व ग्यारस पर्व पर अवैध वसूली और रिकॉर्ड में फर्जीबाड़े की शिकायतों पर जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।
