मो. मुजम्मिल, जुन्नारदेव/छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:
पति-पत्नी एक-दूसरे के मान सम्मान का ना सोचकर अहंकार में रहते हैं अपनी बात को मनवाने के लिए एक दूसरे पर डालने के लिए काम करते हैं वह दौर चला गया जब बिना देखे विवाह हुआ करता उसके बावजूद भी एक दूसरे को समझ जाते थे पत्नी समझ जाती थी पति को क्या जरूरत है लेकिन आज वह चीज देखने को नहीं मिलती नए ज़माने में पहले से ही संबंध या प्रेम प्रसंग के चलते विवाह हो जाता है कहीं ना कहीं एक दूसरे को ना समझने की कमी है। पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में आज दंपत्ति का विवाह हुए 15 साल हो चुके हैं और उनकी तीन संताने भी है पत्नी का आरोप पति द्वारा पालन पोषण की व्यवस्था नहीं की जा रही शराब पीकर दुर्व्यवहार किया जाता दोनों को बुलाकर समझाइश दी गई पति द्वारा यह वचन दिया पति द्वारा वचन दिया गया पत्नी और बच्चों के साथ बदसलूकी नहीं करेगा पति द्वारा पत्नी पर लगाया गया आरोप सास के साथ दुर्व्यवहार करती है और साथ में नहीं रहना चाहती पति का यह कहना था की उसके मां-बाप की हुआ अकेली संतान है उसके माता-पिता से अलग रहना उसके लिए संभव नहीं है दोनों को बुलाकर समझाइश दी गई आगामी समय के लिए समय प्रदान किया। इस वर्ष की आखिरी बैठक में परामर्शदाता प्रदीप कुमार शर्मा आहुति शर्मा द्वारा मामलों पर परामर्श दिया गया।
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