अरशद आब्दी, ब्यूरो चीफ, झांसी (यूपी), NIT:
गर्भवती महिलाएं व बच्चों के लिए हॉस्पिटल, विशेषज्ञ चिकित्सक आरक्षित जिलाधिकारी श्री आन्द्रा वामसी ने नगर आयुक्त अवनीश कुमार राय के साथ जिला कारागार का निरीक्षण किया। मौके पर 672 कैदियों की कोविड-19 ने जांच की गई, जिसमें 02 कैदी पॉजिटिव पाए गए। उनमें कोई लक्षण नहीं पाए गए परंतु उन्हें जेल में ही बने एल-1 वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। अब वह चिकित्सक की निगरानी में है। जिलाधिकारी ने अभियान चलाकर सभी कैदियों की कोविड-19 के जांच कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने वहां साफ सफाई व्यवस्था को देखा तथा और बेहतर किए जाने के भी निर्देश भी दिए। जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में तहसील स्तर पर सभी सीएचसी में नान कोविड पेशेंट का इलाज किया जा रहा है। यदि किसी को इलाज कराना है तो वह सीएचसी में जा सकता है और कोई समस्या है तो तत्काल कंट्रोल रूम में सूचना दें। उन्होंने कहा कि जनपद में सभी तहसील स्तर के सीएचसी के साथ ही कोविड-19 एल-1 हास्पिटल सभी सुविधाएं के साथ संचालित किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ मरीज का प्रॉपर इलाज किया जा रहा है। तहसील मऊरानीपुर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मऊरानीपुर में नॉन कोविड पेशेंट का इलाज किया जा रहा है तथा रानीपुर में कोविड-19 पेशेंट की इलाज किया जा रहा है। तहसील गरौठा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुरसराय में नान कोविड पेशेंट का इलाज तथा गरौठा में कोविड-19 एल-1 हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमित का इलाज किया जा रहा है। इसके साथ ही तहसील मोंठ के अंतर्गत समथर में कोविड-19 के पेशेंट का इलाज किया जा रहा है तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोंठ में नान कोविड पेशेंट का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि झांसी सदर तहसील के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बबीना में नान कोविड पेशेंट का इलाज तथा बीएचईएल में कोविड-19 पेशेंट का इलाज किया जा रहा है, सीएचसी चिरगांव में नान कोविड पेशेंट का तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ागांव व बरुआसागर में कोविड-19 के पेशेंट का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सभी तहसीलों के अंतर्गत नान कोविड तथा कोविड-19 हॉस्पिटल में 10- 10 ऑक्सीजन जम्बो सिलेंडर के साथ ही सभी जगह 10-10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटरभी उपलब्ध है, तथा बीएचईएल में एचएनएफओ की अतिरिक्त व्यवस्था है। जिलाधिकारी श्री आंद्रा वामसी ने आवहान करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए प्रशासन को चिकित्सक, लैब टेक्नीशियन, नर्स, वार्डबॉय, सफाई कर्मचारी सहित अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की जरूरत है। इस विपदा से निपटने के लिए इच्छुक लोग आगे आएं। सभी को जिला अस्पताल से संबंद्व करते हुए उचित मानदेय के साथ उनकी सेवाएं ली जाएंगी। अधिक से अधिक लोग आगे आएं और कोरोना संक्रमण को हराने में जिला प्रशासन का सहयोग करें। जिलाधिकारी ने बताया कि कोविड-19 को नियंत्रण करने तथा कोरोना संक्रमण से बच्चों व गर्भवती महिलाओं को बचाने के लिए सभी इंतजाम कर लिए गए हैं। जिले में लगभग 48 बाल रोग विशेषज्ञ व 138 महिला रोग विशेषज्ञ रजिस्टर्ड है, इन सभी को अधिग्रहित किया गया है। यदि बच्चे व गर्भवती महिलायें कोविड पाजीटिव होते हैं तो उनका प्रॉपर इलाज किया जाएगा। इसके साथ ही महिलाओं एवं बच्चों के नान कोविड हास्पिटल भी तैयार कर लिए गए हैं ताकि इनके इलाज की प्रभावी व्यवस्था बनी रहे। इन हॉस्पिटल में भी समस्त सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई है। उन्होंने मेडिकल कॉलेज में कोरोना पाजीटिव मरीजों के मोबाइल चोरी करने वाले गैंग को पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर पुलिस टीम की प्रशंसा करते हुए कहा कि काफी समय से मोबाइल चोरों पर नजर रखे हुए थे, आप सभी को बधाई। इस मौके पर जेल अधीक्षक श्री रंग बहादुर सिंह, अपर जिलाधिकारी न्याय श्री संजय कुमार पांडेय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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