अरशद आब्दी, ब्यूरो चीफ, झांसी (यूपी), NIT:

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए किसान विरोधी कृषि कानून के खिलाफ व किसानों के समर्थन में गणतंत्र दिवस पर पूर्व सांसद डॉ. चन्द्रपाल सिंह यादव के नेतृत्व में किसान ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया। रैली में उमड़े किसानों एवं युवाओं को रोकने के लिए मेडिकल तिराहे पर पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग लगाई गई थी। वहीं भगवंतपुरा तिराहे से अपने समर्थकों के साथ आ रहे सपा नेता शकील खान की कानपुर चुंगी से ट्रैक्टर रैली निकालने को लेकर पुलिस से झड़प हो गई। हालांकि बाद में वे वहां से निकल गए और मेडिकल कॉलेज पहुंचकर किसान रैली में शामिल हो गए। रैली में भारी तादाद में जुटे सपाईयों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए, वहीं सीओ सिटी द्वारा रोके जाने पर सपाई वहीं धरने पर बैठ गए और जमकर सरकार के काले कृषि कानून के विरोध में नारेबाजी करने लगे। जहाँ जय-जवान जय-किसान के नारों की गूंज सुनाई देने लगी। तत्पश्चात भारी पुलिस बल के साथ मौजूद पुलिस अधिकारियों ने धरने पर बैठे सपाइयों को वहीं से गिरफ्तार कर झांसी के पुलिस लाइन लाया और बाद में रिहा किया गया। भड़के हुए समाजवादी वहां भी नहीं माने और पुलिस के सामने ही धरने पर बैठ गए और तानाशाह सरकार के खिलाफ दहाड़ना शुरू कर दिया।
धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद डॉ. चन्द्रपाल सिंह यादव ने कहा कि आज पानी सर से ऊपर निकल रहा है और सरकार की तानाशाही सहन करने की सीमा समाप्त हो रही है। आज खेत का किसान, देश का जवान और बेरोजगार नौजवान सरकार की गलत नीतियों के चलते बुरी तरह प्रताड़ित हो रहा है। वह दिन दूर नहीं कि सरकार को मजबूर होकर गलत फैसले वापस लेने पड़ेंगे।
डॉ. चन्द्रपाल सिंह यादव ने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव के आह्वान पर सरकार की तानाशाही और गलत नीतियों के खिलाफ समाजवादी पार्टी आंदोलन करती रहेगी और आगामी 2022 में सपा सरकार बनने पर केंद्र सरकार के किसान विरोधी कृषि कानून को उत्तर प्रदेश में लागू नहीं होने देगी।
वहीं पूर्व एमएलसी तिलक चंद्र अहिरवार ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार बाबा साहब डाॅ. भीमराव अंबेडकर के द्वारा लिखे गए संविधान के नियमों के साथ खिलवाड़ कर रही है और यह दुर्भाग्य ही है कि गणतंत्र दिवस मनाने की जगह देश की गलत नीतियों के चलते किसानों को आंदोलन करना पड़ रहा है।
वहीं सपा नेता शकील खान ने कहा कि केंद्र सरकार साजिश के तहत सीएए, एनआरसी कानून, कोरोना काल में मजदूरों के पलायन और फिर कृषि कानून को लेकर चल रहे किसान आंदोलन की आड़ में देश को पूंजीपतियों के हाथों में सौंपने की तैयारी कर रही है। इस दौरान सैकड़ो लोगों की जान चले जाने की फिक्र नहीं बल्कि सरकार को पूंजी पतियों की चिंता है। जनता इसका जवाब आगामी चुनाव में जरूर देगी। धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता करते हुए महानगर अध्यक्ष तनवीर आलम खान ने कहा कि भाजपा सरकार के अत्याचार अब बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे और समाजवादी पार्टी आगामी 2022 में सरकार बनाने के लिए जन आंदोलनों को और मजबूत करेगी।
धरना प्रदर्शन के दौरान पूर्व मंत्री अजय सूद, वरिष्ठ नेता राहुल सक्सेना, कैलाश नारायण यादव, चंद्र प्रकाश मिश्रा, मान सिंह यादव, अमित खटीक बंटी, जेपी आनंद, पूर्व सभासद अमित कुशवाहा, हनीफ मंसूरी, अमित यादव, अल्ताफ रिजवी, हीरेंद्र यादव, अमजद मंसूरी, मोहम्मद फारुख शेख, प्रेम वाल्मिक, पं. राहुल मिश्रा, दीपाली रायकवार, रीना यादव, किरन यादव, सुनीता कुशवाहा, सबीना सिद्दीकी, रश्मि हयारण, शोभा कुशवाहा, उमा यादव, विकास यादव रिंण्टू, सोहन खटीक, छोटू जमींदार, संतोष रायकवार, अवधेश यादव, सरदार प्रिंस भुसारी, अजय चड्ढा, जेपी साहू, विश्व प्रताप सिंह यादव, अवधेश शिवहरे, नौशाद खान पप्पू, आकाश यादव, बृजेंद्र यादव, सैयद अली, एडवोकेट छोटे लाल वर्मा, जहीर खान, प्रदीप कुशवाहा, चंदन खटीक, ज्ञान कुशवाहा, विक्रम खटीक, पंकज साहू, दीपक यादव, पंकज मालवीय, मानवेंद्र सिंह यादव, योगेश करौसिया, आदि उपस्थित रहे।
प्रदर्शन का संचालन मोहम्मद जाहिद मंसूरी ने किया व अंत में सभी का आभार प्रतिपाल सिंह दाऊ ने व्यक्त किया।
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