आसिम खान, ब्यूरो चीफ, छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:
केेंद्र की मोदी सरकार द्वारा देश के किसानों पर थोपे गये तीन काले कानूनों के विरूद्ध किसानों के समर्थन में किसान अधिकार दिवस मनाते हुये आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथजी व सांसद श्री नकुलनाथजी ने मैदान में उतरकर प्रदेश व देश की किसान विरोधी भाजपा सरकार को जमकर घेरा। काले कानूनों के विरूद्ध अपना विरोध प्रदर्शन करते हुये पूर्व सीएम व जिले के किसान श्री कमलनाथजी चैरई में आयोजित धरना-प्रदर्शन में स्वयं ट्रैक्टर चलाते हुये सभा स्थल तक पहुंचे। श्री नाथ के साथ सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टरों का कारवां भी उनके साथ चलता रहा।
विधानसभा मुख्यालय चैरई में आयोजित किसान आंदोलन को संबोधित करते हुये श्री कमलनाथजी ने कहा कि हमारी 70 प्रतिशत अर्थव्यवस्था किसानों पर निर्भर है और किसानो ने कभी भी किसी भी तरह के कानूनों की कभी मांग नही की परंतु भाजपा सरकार ने बिना मांगे देश के किसानों पर ऐसे कानून थोपे हैं जो उनकी बर्बादी का कारण बन रहे हैं। देश का किसान अपने मुनाफे के लिये फसल उगाता है लेकिन इन कानूनों से वह लूटता ही रहेगा। उद्योगपतियों पर कटाक्ष करते हुये श्री नाथ ने कहा कि कोई भी उद्योगपति दो और पांच हजार किलोमीटर दूर से फसल खरीदने बल्कि जमीन खरीदने को आयेगा। श्री नाथ ने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार ने किसानों की उपज का सदैव न्यूनतम समर्थन मूल्य और समय पर बोनस भी दिया परंतु भाजपा सरकार ने किसानों को केवल धोखा दिया।
श्री नाथ ने कहा कि पहले मक्के का मूल्य 2 हजार रूपए प्रति क्विंटल हुआ करता था आज हजार रूपए में किसान मक्का बेचने को मजबूर हैं जबकि केंद्र सरकार 1850 रूपए प्रति क्विंटल की बात करती है। प्रदेश सरकार को घेरते हुये श्री नाथ ने कहा कि किसानों की कर्जमाफी को शिवराजजी ने खुद पहले नकारा और बाद में विधानसभा में स्वीकारा कि प्रदेश में कर्जमाफी हुयी है। जनता का ध्यान मोड़ने के लिये अब ये राम मंदिर के नाम पर चंदे की राजनीति कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मुझे जब प्रदेश सौंपा गया था तब प्रदेश लूट, हत्या, बलात्कार, माफियाराज, बेरोजगारी सहित अनेकों मामलों में नंबर वन था। हम प्रदेश को अग्रणी बनाना चाहते थे परंतु भाजपा ने सौदेबाजी और खरीदफरोक्त की राजनीति कर सरकार गिरा दी।
श्री नाथ ने जिले के सतत विकास के लिये जनता का आभार मानते हुये कहा कि जनता द्वारा ही दी गयी बल और शक्ति से वे प्रदेश के सर्वोच्च पद पर पहुंचे। किसानों को समृद्ध बनाने के लिये माचागोरा की आधारशिला रखे जाने, सोयाबीन की फसल को अपनाने सहित कृषक हित मे किये गये कार्यो का उल्लेख करते हुये कहा कि शिवराज सरकार कभी भी किसान व जनहितैषी नहीं रही है और न ही प्रदेश के मुख्यमंत्री को किसानों से कोई मतलब है। श्री नाथ ने कहा कि शिवराज के शासन में प्रदेश में शराब है लेकिन राशन नहीं है। इन तीन काले कानूनों से उद्योगपतियों को मंडी का दर्जा मिल जायेगा। बड़े व्यापारी खाद बीज देकर किसानों की मजबूरी का फायदा उठायेंगे।
सभा को जिले के सांसद श्री नकुलनाथजी ने संबोधित करते हुये कहा कि कांग्रेस ने हमेशा किसानों का साथ दिया है और आज भी किसानों के लिये संघर्ष में शामिल है। जय जवान जय किसान का नारा भी कांग्रेस की देन है। इतिहास गवाह है कि स्व. इंदिरा गांधीजी ने सदैव किसान हित की बात कही। सांसद ने कहा कि जब देश कोरोना संक्रमण काल से गुजर रहा था तब लोकसभा और राज्यसभा से यह बिल जबरन पारित करवाया गया और किसानों पर थोप दिया। उन्होंने कहा कि देश की सीमा पर लडने वाले और मेडल पाने वाले पूर्व सैनिक जो आज के किसान हैं वे भी अपने हक की लड़ाई लड रहे है। उन्होने कहा कि किसानो के इस आंदोलन मे वे और उनके पिताश्री कमलनाथजी सदैव किसानो के साथ हैं। इस किसान आंदोलन में महाराष्ट्र के मंत्री सुनीलकेदार, विधायक सुजीतसिंह, विजयचैरे, पूर्वमंत्री सुखदेव पांसे, दिमनी विधायक रविंद्र तौमर, सहित जिले के वरिष्ठ कांग्रेसजन एवं हजारों की संख्या में किसान व कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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