अशफाक कायमखानी, जयपुर (राजस्थान), NIT:
कायमखानी रिसासत के समय ऐतिहासिक रुप से पहचानी जाने वाली झाड़ोद पट्टी के झाड़ोद गांव की सरजमीं पर नेवी कर्मचारी रहे मोहम्मद उसमान खान के घर में जन्मे मोहम्मद उमर ने इण्डियन नवल ऐकेडमी से चार साल का कठोर प्रशिक्षण पाकर पिछले शनिवार को भारतीय नौसेना में सब लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित होकर देश की खिदमत करने की अपनी पारिवारिक व कायमखानी कौम की परम्परा को आगे बढ़ा कर आने वाली युवा पीढ़ी को जीवन में गोल फिक्स करके कड़ी मेहनत कर उसको पाने का संदेश दिया है। केरल स्थित भारतीय नौसेना अकादमी परेड ग्राऊंड में भारतीय नौसेना द्वारा आयोजित आऊटर परेड में नौसेना एडमिरल करमवीर सिंह ने मोहम्मद उमर के स्ट्राइप्स लगाकर उनके माता-पिता की उपस्थिति में सम्मानित किया।
नौसेना के सब लेफ्टिनेंट पद पर चयनित मोहम्मद उमर के पिता मोहम्मद उसमान व माता हसन बानू ने उनके हर एक नैक कदम पर साथ देने का परिणाम यह रहा कि उमर ने सीनियर तक की पढ़ाई जौधपुर की केन्द्रीय विधालय से करने के बाद सीडीएस मुकाबलाती परीक्षा पास करने के पश्चात उसको बी.टेक के इण्डियन नवल ऐकेडमी, केरल में प्रवेश मिला। अब उन्हें जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से बी.टेक की डीग्री के साथ भारतीय नौसेना में सब लेफ्टिनेंट पद मिला है।
नागोर जिले के डीडवाना तहसील के गावं झाड़ोद गांव की मिट्टी की महक ही ऐसी है कि इस गांव में जन्मे सैंकड़ों लोगों ने अलग-अलग क्षेत्र की सेवा में जाकर देश व प्रदेश में अपनी काबलियत का लोहा मनवाया है। एक तरफ हाल ही में नौसेना में सब लेफ्टिनेंट के पद पर चयनित मोहम्मद उमर के पिता मोहम्मद उसमान खान व दादा उम्मेद खान नेवी में सेवाएं दे चुके हैं। दूसरी तरफ इसी झाड़ोद गांव के मरहूम कप्तान महमदू खां, मरहूम कमाण्डेंट बक्सू खां, जस्टिस भवरु खां जैसे अनेक उदाहरण के तौर पर नाम गिनाए जा सकते हैं।
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