दिलावर नगर में स्थित राजकीय गौसदन अपनी बदहाली पर बहा रहा है आंसू | New India Times

वी.के.त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:

दिलावर नगर में स्थित राजकीय गौसदन अपनी बदहाली पर बहा रहा है आंसू | New India Times

उत्तर प्रदेश के जनपद लखीमपुर खीरी की नगर पंचायत बरबर क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम दिलावर नगर में स्थित राजकीय गौसदन अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। वर्तमान में गौसदन में 35 जानवर हैं जिनमें 28 गायें व 7 बछड़े व 1 साँड़ हैं। वर्ष 2017 में अलीम बेग द्वारा दिये सुधार हेतु प्रार्थनापत्र से शासन प्रशासन हरकत में आया था। सांसद व विधायक ने बहुत वादे किए लेकिन वादे अब तक पूरे न हो सके। राहत के तौर पर गोला के समाजसेवी विजय शुक्ला व कर्मचारियों के सहयोग से 55 कुंतल भूसे की व्यवस्था की गई जो चंद माह में समाप्त हो गया। इसके बाद एसडीएम मोहम्मदी स्वाति शुक्ला द्वारा 16 कुंतल दाने की व्यवस्था फरवरी 2018 में करवाई गई। कुछ चारे भूसे की व्यवस्था मुख्य पशु चिकिसा अधिकारी खीरी द्वारा निजी श्रोतों से करवाई गई तब से अबतक जो भी व्यवस्था चल रही है वो कर्मचारियों के निजी स्तर से हो रही है।जनप्रतिनिधियों के वादे व दावे हवाहवाई हो गए हैं।

दिलावर नगर में स्थित राजकीय गौसदन अपनी बदहाली पर बहा रहा है आंसू | New India Times

गौरतलब है कि ये जानवर गोमती के किनारे चराये भी जाते हैं लेकिन नदी में बाढ़ न आने के कारण जलोढ़ मैदान संकुचित होते जा रहे हैं जिनमें घास बरसात के बाद तुरंत समाप्त हो जाती है। आवासीय परिसर की बात की जाए तो जीर्णशीर्ण होने के कारण रहने योग्य नहीं है। पशुबाड़े में जलभराव की समस्या है जिसमें भारी मात्रा में मिट्टी पड़ने की दरकार है। बाड़े में जलभराव के कारण पशुओं को संक्रमित बीमारियां अपनी चपेट में ले लेती हैं।
बरवर से दिलावर नगर को जोड़ने वाला मात्र एक मार्ग है जिसका खड़ंजा पूर्व सांसद शाहबाद लोकसभा दाऊद अहमद के कार्यकाल में डलवाया गया था। तब से लेकर अबतक मार्ग पर कोई भी निर्माण कार्य नहीं हुआ जो गड्ढों में तब्दील हो चुका है। थोड़ी बूंदाबांदी होने पर पैदल भी निकलना दूभर हो जाता है। गौसदन के अलावा ग्राम दिलावर नगर में 600 लोगों की आबादी भी निवास करती है जिसका आवागमन भी इसी मार्ग के माध्यम से होता है।


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