पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, ईसा मसीह और मदन मोहन मालवीय के जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर हुआ ऑल इंडिया मुशायरे का आयोजन | New India Times

हाशिम अंसारी, ब्यूरो चीफ सीतापुर (यूपी), NIT:

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, ईसा मसीह और मदन मोहन मालवीय के जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर हुआ ऑल इंडिया मुशायरे का आयोजन | New India Times

“भारत बनेगा सोने की चिड़िया एक दिन,

बस लीडरों को सिकंदर न जानिए।”

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, ईसा मसीह और मदन मोहन मालवीय के जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर एक ऑल इंडिया मुशायरे का आयोजन लहरपुर लंबे मियां के फाटक पर आयोजित किया गया। जिसमें कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रमुख व्यवसाई एवं समाजसेवी हाजी सिराज अहमद ने की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय मानव अधिकार के उपाध्यक्ष सलाउद्दीन गौरी ने अपने उद्बोधन में कहा वह कौमी यकजहती के मुशायरे हमे आपस में भाईचारा सिखाते हैं। कार्यक्रम में शायरों व मुख्य अतिथियों को शाल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करते हुए समाजसेवी मोहम्मद हसीन अंसारी ने बताया कि आज महान कवि व लेखक एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई व बनारस जैसी यूनिवर्सिटी के संस्थापक ईसा मसीह का जन्म दिन है। इन सब का संदेश व पैगाम रहा है। कि आप अच्छी शिक्षा ग्रहण करें। कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध शायर उमर फारूक ने किया ।कार्यक्रम में लखनऊ से तशरीफ लाई कवित्री रंजना सिंह हया ने कहा तेरे सर पर मुनाफिक होने का इल्जाम आया है। सुना है तू हमारे दुश्मनों के काम आया है।।लखनऊ से आए शायर सलीम ताबिश ने कहा- हर गली के नुक्कड़ पर मनचले टहलते हैं।आदमी की सूरत में भेड़िए टहलते हैं।। उन्नाव से तशरीफ लाई प्रियंका शुक्ला ने कहा- कहीं राधा लिखा है कहीं घनश्याम लिखा है।कहीं पर पर सीता लिखा है कहीं पर राम लिखा है। प्रियंका ने लिखा है दिल के कागज पर। मगर इस दिल के कागज पर तुम्हारा नाम लिखा है।। सीतापुर से तशरीफ लाई जीनत सबा ने कहा – हम आके तेरे शहर से वापस न जाएंगे।यह फैसला किया है तुझे देखने के बाद।। खैराबाद से तशरीफ लाए आजम खैराबादी ने कहा- हर घड़ी तेरे ख्याल में रहना था मुझे। चूड़ियां बनके तेरे हाथ में रहना था मुझे।।लखीमपुर से तशरीफ लाए इकबाल अकरम वारसी ने कहा -तुम जिसके किरदार पर हंसी उड़ाया करते हो। वह अपने किरदार में तुमसे बेहतर भी हो सकता है।। रायपुर से आए मेहमान शायर मुख्तार रामपुरी ने अपनी कलाम में कहा – नहीं ऐसा नहीं है कि गलत अरमान रखते हैं । वतन के वास्ते ताजा सदा ही ईमान रखते हैं।। लहरपुर के मशहूर शायर जनाब उमरफारूकी ने निजामत करते हुए कहा- शराफत खानदानी शख्स की मीरास होती है।मोअजजिज कोई इतनी आसानी में बन नहीं जाता।। खुदा पहुंचा दे चाहे जिस ऊंची मसनद पर उमर। मगर कम ज़र्फ़ का कमीनापन नहीं जाता।। देर रात तक चले इस मुशायरे के कन्वीनर गौहर लहरपुरी ने आए हुए सभी मेहमानो का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया प्रोग्राम में मुख्य रूप से प्रधान दनियालपुर पप्पू खा, फिरोज खान, अंकित अवस्थी, शराफत खा, अरशद अंसारी, इलियास अहमद, वकील अहमद , जेड आर रहमानी, मास्टर जुबेर, सगीर भारती, एजाज़ अहमद एलाज, मोहम्मद रफी, शकील अहमद अंसारी , समेत हजारों गणमान्य नागरिक आखिर तक प्रोग्राम का लुत्फ लेते रहे।


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