पुलिस अधीक्षक कार्यालय ग्वालियर (सिटी सेंटर) के नवीन सभागार में अंतर्राज्जीय अपराध समन्वय बैठक का हुआ आयोजन  | New India Times

संदीप शुक्ला/शिल्पा शुक्ला, ग्वालियर (मप्र), NIT; 

पुलिस अधीक्षक कार्यालय ग्वालियर (सिटी सेंटर) के नवीन सभागार में अंतर्राज्जीय अपराध समन्वय बैठक का हुआ आयोजन  | New India Times​पुलिस अधीक्षक ग्वालियर कार्यालय (सिटी सेंटर) के नवीन सभागार में अंतर्राज्जीय अपराध समन्वय बैठक का आयोजन किया गया है। बैठक के प्रारम्भ में पुलिस महानिरीक्षक चम्बल झोन संतोष कुमार सिंह द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। इस के बाद  बैठक में उपस्थित अधिकारियों द्वारा अपना परिचय व कार्यक्षेत्र की जानकारी दी गई।

परिचर्चा प्रारम्भ होने से पूर्व पुलिस अधीक्षक ग्वालियर नवनीत भसीन(भापुसे) द्वारा पावर प्वाइंट प्रजेन्टेशन के माध्यम से ग्वालियर जिले में अपराध कारित कर अन्य जिलों तथा प्रान्तों में निवासरत अपराधियों के आंकड़ों व भौगोलिक स्थित की जानकारी दी।
उक्त बैठक में अंतर्राज्जीय अपराधियों की सक्रिय गतिविधियों पर नियंत्रण, सूचनाओं का परस्पर आदान-प्रदान तथा प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा निर्वाचन 2018 को दृष्टिगत रखते हुये अंतर्राज्जीय सीमाओं पर चौकसी बढ़ाने, असामाजिक गुण्डा तत्व जो शांति व्यवस्था को प्रभावित करते हैं के विरूद्ध पूर्व से नजर रखने एवं उनके विरूद्ध समय पर वैधानिक कार्यवाही किये जाने आदि विषयों पर चर्चा की जाकर भावी रणनीति तैयार करने पर विचार किया गया। बैठक में फरारी ईनामी अपराधी, वारंटी, कुख्यात असामाजिक गुण्डा तत्व एवं चुनाव को प्रभावित करने वाले अपराधियों के आपराधिक अभिलेखों एवं अन्य संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी का आपस में आदान-प्रदान भी किया गया। 

बैठक में उपस्थित सभी पुलिस अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विचार व्यक्त किये। पुलिस महानिरीक्षक भरतपुर(राज0) आलोक वशिष्ठ(भापुसे) ने कहा कि अपराध व अपराधी की कोई सीमा नहीं होती है हमे सीमा विवाद में न पड़कर आपसी सामन्जस्य से अपराध को नियन्त्रण करना है क्योंकि आपसी सामन्जस्य न होने के कारण अपराधी इसका फायदा उठाते हैं। उन्होने इस अवसर पर प्रस्ताव रखा कि दो राज्यों की सीमावर्ती पुलिस के बीच बेहतर तालमेल बनाने के लिये एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाना चाहिए, जिससे आवश्यकता होने पर एक दूसरे का सहयोग प्राप्त किया जा सके और नोडल अधिकारी के माध्यम से पकड़े गये बदमाशों की सूचना एक दूसरे को दी जा सके, जिससे उनके क्षेत्र में बांछित होने पर उनसे पूछताछ की जा सके। पुलिस उप महानिरीक्षक ग्वालियर रेंज ने बैठक में कहा कि जेल से छूटने वाले आरोपियों के संबंध में भी जानकारी शेयर की जाना चाहिए तथा व्हीव्हीआईपी मूव्हमेंट की जानकारी समय से पूर्व एक दूसरे के साथ शेयर की जावे जिससे सुरक्षा व्यवस्था समय पूर्व लगाई जा सके। पुलिस उप महानिरीक्षक ग्वालियर रेंज ने इस अवसर पर कहा कि सीमावर्ती राज्यों की पुलिस को नाकाबंदी प्लान बनाना चाहिए जिससे अपराधियों की धरपकड़ हेतु सीमावर्ती राज्यों की पुलिस एक साथ नाकाबंदी कर सके। पुलिस अधीक्षक ग्वालियर ने इंटरस्टेट व्हाट्सएप ग्रुप, खेलकूद प्रतियोगिता तथा पुलिस नियन्त्रण कक्ष के माध्यम से सूचनाओं का आदन-प्रदान करने संबंधी प्रस्ताव रखा गया जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। ग्वालियर-चम्बल झोन का नोडल अधिकारी अति0 पुलिस अधीक्षक, अपराध/यातायात श्री पंकज पाण्डे को बनाने की घोषणा बैठक में की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक ललितपुर ने बॉर्डर गष्त मिलान का प्रस्ताव रखा। बॉर्डर गश्त मिलान में सीमावर्ती राज्यों के थाना प्रभारी गश्त करते हुए तय समय पर एक साथ बॉर्डर गष्त करते है जिसमे अपने-अपने क्षेत्र के अपराध व अपराधियों की जानकारी शेयर करते है और बदमाशों की धरपकड़ में एक दूसरे का सहयोग करते हैं। पुलिस उप महानिरीक्षक झॉसी रेंज श्री सुभाष सिंह बघेल(भापुसे) ने बैठक में कहा कि सीमावर्ती राज्यों की पुलिस के बीच आपसी तालमेल उच्च कोटि का होना चाहिए तभी एक दूसरे के क्षेत्र में निवासरत् बदमाशों की खिलाफ प्रभावी कार्यवाही की जा सकती है। उन्होने कहा कि अपराध नियन्त्रण में वह हर प्रकार के सहयोग के लिये तैयार हैं। अंतर्राज्जीय अपराध समन्वय बैठक के अंत में पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर झोन श्री अंशुमन यादव(भापुसे) द्वारा राजस्थान, उत्तरप्रदेश व मध्यप्रदेश के उपस्थित समस्त अधिकारियों का बैठक में आने के लिये आभार व्यक्त किया और कहा कि इस प्रकार की इंटरस्टेट बैठक आयोजित होती रहना चाहिए जिससे एक दूसरे की बीच परस्पर समन्वय स्थापित हो सके। बैठक में उपस्थित ग्वालियर-चम्बल झोन के समस्त पुलिस अधीक्षकों ने अपने-अपने सीमावर्ती क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया गया और बैठक में उपस्थित सीमावर्ती राज्यों के पुलिस अधीक्षकों द्वारा समस्याओं के निराकरण में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में एक आम समस्या सभी की थी कि अन्य राज्यों या जिलों में किसी बदमाश की धरपकड़ हेतु जाने पर स्थानीय पुलिस का सहयोग न मिलना। इसके लिये तय किया गया कि किसी बदमाश को पकड़ने के लिये सीमावर्ती राज्य में जाने से पहले उस क्षेत्र के नोडल अधिकारी से संपर्क किया जावेगा और नोडल अधिकारी द्वारा संबंधित थाना प्रभारी को सहयोग के लिये आदेशित किया जावेगा।

 उक्त अंतर्राज्जीय अपराध समन्वय बैठक में पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर झोन श्री अंशुमन यादव(भापुसे), पुलिस महानिरीक्षक चम्बल झोन श्री संतोष कुमार सिंह(भापुसे), पुलिस उप महानिरीक्षक ग्वालियर रेंज श्री मनोहर वर्मा(भापुसे), पुलिस उप महानिरीक्षक चम्बल रेंज श्री सुधीर व्ही लॉड(भापुसे), के अलावा सीमावर्ती राज्यों राजस्थान भरतपुर रेंज से पुलिस महानिरीक्षक श्री आलोक वशिष्ठ(भापुसे), सबाई माधौपुर से अति0 पुलिस अधीक्षक श्री लक्ष्मणदास, कैलादेवी करौली व मनिया धौलपुर जिले के सर्किल अधिकारी एवं उत्तर प्रदेश से पुलिस उप महानिरीक्षक झॉसी रेंज श्री सुभाष सिंह बघेल(भापुसे), पुलिस अधीक्षक ललितपुर डॉ0 श्री ओ0पी0 सिंह तथा ग्वालियर चम्बल झोन के जिलों के समस्त पुलिस अधीक्षकगण उपस्थित रहे।


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