दो बहुएं ही निकलीं सास की हत्यारिन, दहेज प्रताड़ना से छुटकारा पाने के लिए सास को उतारा मौत के घाट | New India Times

मेहलका अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT;

दो बहुएं ही निकलीं सास की हत्यारिन, दहेज प्रताड़ना से छुटकारा पाने के लिए सास को उतारा मौत के घाट | New India Times

नगर परिषद् नेपानगर में योजना विभाग में कार्यरत कर्मचारी की पत्नि की 28 फरवरी को दोपहर क़रीब 2 बजे हुई हत्या के आरोपी तक पहुंचने में पुलिस को सफलता प्राप्त हुई है। पुलिस अधीक्षक पंकज श्रीवास्तव ने मीडिया को बताया कि दीपिका विजय साहु एवं रूपा रितेश साहु नामक दो बहुऐं ही वृद्धा सास योगिता (55)पति मोतीलाल साहु की क़ातिल निकली हैं, जो आपस में सगी बहनें हैं जो छिंदवाड़ा निवासी हैं। विरोधाभासी ब्यान में फंसने के बाद दोनों की स्वीकारोक्ति के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि एक बहु बुरहानपुर में रहती थी, जो हत्या वाले दिन ऑटो से नेपानगर पहुंची थी। दोनों बहुओं ने सास के सिर पर सिलबट्टे से कई बार वार किया उसके मरने के बाद केबल वायर से गला भी घोंट दिया था। फिर सोफे के कवर बेचने आने वाले लोगों पर लूट की वारदात का आरोप लगाकर सोना-चांदी की चोरी भी बताई। पुलिस ने दोनों बहनों की गिरफ्तारी कर जेल भेज दिया है। दोनों के 2 – 2 साल की उम्र के बच्चे हैं। सोफे के कवर बेचने वाले दो लोगों ने लूट एवं हत्या की घटना को अंजाम देने की बात उसकी बहु दिपिका साहु ने कही थी। जब घटना के समय दीपिका विजय साहू बेहोश मिली थी। घर में काम करने वाली महिला के पहुंचने पर घटना का खुलासा हुआ था। महिला ने चीखकर आसपास के रहवासियों को इसकी सूचना दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। एसडीओपी करण सिंह रावत एवं टीआई भरतसिंह रावत कुछ ही समय में मौके पर पहुंचे। देर शाम तक एसपी पंकज श्रीवास्तव, एफएसएल और फॉरेंसिक की टीम ने घटना स्थल की जांच की, जिस में ऎसा आभास हो रहा था कि
सामान फैलाया गया है। गली में सोफे के कवर बेचने वालों का नाम बताया था, जबकि आसपास के लोगों ने बताया कोई नहीं आया। इस आधार पर दोनों बहुओं से
पुलिस ने सख्ती से पूछा तो दीपिका ने उगलना ही शुरू कर दिया। कहने लगी हमारी सास दहेज के लिए प्रताड़ित करती थी, इस कारण हमने ठिकाने लगा दिया। रितेश स्वास्थ्य विभाग में फार्मासिस्ट है। जबकि विजय सिवल अस्पताल में फार्मासिस्ट है। रुपेश अपनी पत्नी रूपा के साथ बुरहानपुर में ही रहता था। घटना वाले दिन रूपा घर पर अपना मोबाइल छोड़ गई। ऑटो से वह नेपानगर पहुंची और घटना को अंजाम देकर वापस बुरहानपुर आ गई थी।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading