अली अब्बास, ब्यूरो चीफ, मथुरा (यूपी), NIT:

वंचित समाज इंसाफ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जनाब डॉ शेख ने मीडिया को बताया कि इज़राइल ने पहले ईरान पर हमला कर भारी जानोमाल का नुकसान पहुंचाया है। ईरान के कई सैन्य अधिकारियों को मौत के घाट उतारा है उसके बाद ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए इजराइल पर वार किया है। जब अमेरिका का पोषित गुंडा जालिम देश इज़राइल पिटने लगा तो दुनिया के सब से बड़े जालिम देश को पुकार रहा है, जालिम देश पुकारते ही इज़राइल के समर्थन में आ गया और ईरान को धमकी देने लगा, यहां तक कि ईरान के सर्वोच्च नेता ख़मनई को जान से मारने की धमकी देने लगा। पूरी दुनिया को दबा कर दुनिया पर राज कर रहा अमेरिका न जाने कितने देशों को बर्बाद कर चुका है। अमेरिका ईराक, अफगानिस्तान, अरब जैसे देशों पर कब्जा कर चुका है जहां चाहता है अपनी आर्मी भेज देता है। खुद जायज और नाजायज हथियारों को बना रहा है और दूसरे देशों को आपस में लड़ा कर अपने हथियारों को बेच रहा है। इंटरनेशनल सुरक्षा परिषद चुपचाप सब देखती रहती है। पूरी दुनिया देख रही है कि नाजायज देश दो साल से फिलिस्तीन पर जुल्म ढा रहा है। लाखो लोगों की हत्या कर चुका है और हजारों लोगों और बच्चों की भूख से मौत हो चुकी है लेकिन डोनाल्ड ट्रंप को कुछ दिखाई नहीं दिया। मैं बता दूं कि अमेरिका किसी का नहीं है जो इससे हथियार खरीदेगा उस के लिय हमदर्द है। डॉ शेख ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद पूरा भारत चाहता था कि पाकिस्तान को नेस्तनाबूद किया जाए, शुरूआत भी हुई ऑपरेशन सिंदूर भी चला और बीच में आ कर पाकिस्तान को बचा लिया और ट्रंप कहता फिर रहा है कि मुझे भारत और पाकिस्तान के साथ व्यापार करना है इसलिए युद्ध रुकवाया है। डॉ शेख ने कहा कि ट्रंप के इस बयान से भारत की छवि को नुकसान पहुंचा है। देश वासियों को सोचना चाहिए कि डोनाल्ड ट्रंप ने G7 की बैठक में हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिलने का समय भी नहीं दिया और पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिफ मुनीर को व्हाइट हाउस में लंच दे रहा है। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यह भी कह दिया कि मोदी शानदार इंसान है पर मुझे पाकिस्तान से प्यार है। मैं डॉ शेख भारत की जनता और ख़ासतौर से दलाल और नफरती मीडिया जो रात दिन ट्रंप ट्रंप करती रहती है इस बेइज्जती पर बनाओ शो लेकिन इस नफरती मीडिया को सिर्फ और सिर्फ हिन्दू-मुस्लिम, मंदिर-मस्जिद के अलावा कुछ आता ही नहीं है।
डॉ शेख ने कहा कि फिलस्तीन की बर्बादी के लिए मुस्लिम देश जिम्मेदार हैं, अगर उन्होंने फिलिस्तीन का साथ दिया होता तो इज़राइल न फिलिस्तीन पर जुल्म करता और ना ही जमीन पर कब्जा करता। अब वक्त आ चुका है कि तमाम मुस्लिम मुमालिक इज़राइल के खिलाफ एक जुट हों और अमेरिका पर दबाव बनाएं। अमेरिका को किसी भी हालत में अपनी जमीन का इस्तमाल न करने दें और न ही उस की फौज को अपने देश में पनाह दें और न ही उस के जहाजों को ईंधन दें। यदि ऐसा होता है तो मेरा मानना है कि 7 दिन के अंदर ईरान और इजराइल का युद्ध समाप्त हो जाएगा।
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