अबरार अहमद खान, भोपाल, NIT;
भिण्ड जिले के ग्रामीण इलाकों के किसानों ने सरसों और प्याज की खेती को लाभ का धंधा बनाने की अनुकरणीय पहल की है। किटी गांव के किसान शिशुपाल राजपूत के मुताबिक सरसों की फसल से आर्थिक तरक्की का मार्ग प्रशस्त होगा। उनके खेत में सरसों की फसल लहलहा रही है। कृषि वैज्ञानिक एवं कृषि विभाग से मिली प्रेरणा से इस किसान की 10 बीघा जमीन में तकरीबन 60 मन पैदावार होगी। बाजार में इसका तकरीबन 3 हजार रुपये प्रति क्विंटल से अधिक का उत्तम भाव मिलेगा।
मेहगांव एवं गोहद क्षेत्र के किसान प्याज की एग्री फाउंड डार्क रेड किस्म की खेती को लाभ का धंधा बना रहे हैं। किसानों को प्याज के पौधे, बीज एंव सिंचाई की सुविधा समय पर मिलने से प्याज की भरपूर पैदावार सुनिश्चित हो गई है। मेहगांव के अन्तर्गत ग्राम जेतपुरा के किसान उम्मेद पाल सिंह, बाबूसिंह, बरथरा गांव के नारायण सिंह, गोहद क्षेत्र के अशोक सिंह गौर एवं विधाराम नावली आदि किसानों ने ‘आत्मा योजना’ में कृषि विभाग के स्थानीय अधिकारियों की सलाह से दो-दो बीघा जमीन से 400 से 500 क्विंटल प्रति हेक्टेयर प्याज की पैदावार प्राप्त कर आर्थिक तरक्की की रफ्तार पकड़ ली है।
प्याज की खेती करने वाले किसान ‘आत्मा योजना’ के जरिए एग्री फाउंड डार्क रेड किस्म की प्याज की खेती से प्रति हेक्टेयर 30 हजार रुपये से अधिक की आय प्राप्त कर रहे है।
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