मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
इस्लाम की बुनियाद 5 सिद्धांतों पर टिकी है, जिस में हज भी शामिल है। अल्लाह ने अपने बंदे को आर्थिक रूप से संपन्न बनाया है तो ऐसी स्थिति में हज करना फ़र्ज़ है। इबादत और समस्त अरकान अदा करने की दृष्टि से पवित्र हज यात्रा के लिए युवावस्था सबसे अच्छी बताई जाती है। हज के लगभग 2 महीने को छोड़ कर 10 माह पवित्र मक्का मदीना जाने के लिए उमरा यात्रा एक माध्यम बन गया है। आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण और हज की परेशानियों को देखते हुए अधिकतर लोग आज उमरा के माध्यम से ही पवित्र मक्का और मदीना जाकर लाभान्वित हो रहे हैं। बुरहानपुर के अधिकतर लोग भी वर्ष भर उमरा पर जाकर इबादत और जियारत करके लौट रहे हैं। इसी क्रम में दरगाह हज़रत चुप शाह बाबा रहमतुल्ला अलेह बुरहानपुर के सज्जादा नशीन पीरे तरीक़त हाफ़िज़ मोहम्मद यूनुस मदनी साहब के फरजंद डॉक्टर महबूब अंसारी को अल्लाह करीम की मेहरबानी से और मां-बाप की दुआओं से पवित्र उमरा यात्रा का सौभाग्य अपने परिवार सहित हासिल हुआ है और वह आज दोपहर लगभग 3:00 बजे बनारस एलटीटी कामायनी एक्सप्रेस 11072 अप से मुम्बई के लिए अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रवाना हो चुके हैं।
मध्य रेलवे के बुरहानपुर स्टेशन पर परिवार सहित इष्ट मित्रों, समाज जनों और शुभ चिंतकों ने उन्हें हर्ष के साथ रवाना किया और उनके अच्छे सफर की कामना करते हुए शुभकामनाएं दी। सोशल मीडिया के माध्यम से यह खबर प्रचारित होने पर इष्ट मित्रों ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी। डॉक्टर महबूब अंसारी ने बताया कि वह रतलाम के एक प्राइवेट टूर के माध्यम से पवित्र उमरा यात्रा के लिए मक्का और मदीना जा रहे हैं। उनका लगभग 14 लोगों का एक ग्रुप है। मुंबई से 17 सितंबर को जेद्दा के लिए फ्लाइट है। वापसी मदीना शरीफ़ से मुंबई की फ्लाइट 3 अक्टूबर 2023 की है। और 4 अक्टूबर 2023 को मुंबई अमृतसर पठानकोट एक्सप्रेस 11057 डाउन से बुरहानपुर के लिए रवाना होंगे और 5 अक्टूबर के सुबह बुरहानपुर पहुंचेंगे। दुआ है कि अल्लाह डॉक्टर महबूब अंसारी के इस सफर को कामयाब करे और सफर में आसानिया फरमाए।
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