यूसुफ खान, ब्यूरो चीफ, धौलपुर (राजस्थान), NIT:
रमज़ान का महिना हर मुसलमान के लिऐ महत्वपूर्ण होता है, रमजान के महीने में पूरे 30 रोजे रखे जाते हैं और खुदा की इबादत की जाती है। रमज़ान के पवित्र महीने के मौके पर घर के छोटे बड़े बुजुर्ग मुस्लिम महिलाएं रोजा रखती है और इबादत करती है ऐसे में बड़ों का रोजा देखकर बाड़ी बटवाल पांडे के दो बच्चों ने अपना पहला रोजा रखा फरदीन और हनी दोनों बच्चे खुदा की इबादत करते नजर आए अपना पहला रोजा रखा बल्कि 5 टाइम की नमाजे भी अदा की घर के मां बाप और सभी बुजुर्गों ने हनी और फरदीन को दुआओं से नवाजा और रोजा रखकर खुदा की इबादत करते देखकर मोहल्ले में खुशी का माहौल बना हुआ रोजा सिर्फ अल्लाह के लिए रखा जाता है। आपके पास बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए ये सबसे अच्छा मौका होता है इस दौरान दोनों बच्चों ने अपना पहला रोजा रखा था इफ्तार से पहले घर के सभी लोगो ने दिन भर खुदा का जिक्र किया और इस अल्लाह के जिक्र में बच्चे को जरूर शामिल करें बच्चों का हौसला बढ़ाने के लिए उन्हें इनाम के तौर पर ज्यादा ईदी भी दे इबादत से बच्चे के अंदर नेकी करने और अच्छा काम करने की भावना जागृत हो जाती है। हनी और फरदीन की दादी ने बताया कि उसने अपने पापा मम्मी को इबादत करते देखा था इसीलिए रोजा रखने की इच्छा जाहिर की उनके सभी रिश्तेदारों ने ईदी दी और मिठाई खिला कर रोजा रखने की खुशी मनाई।
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