आशाओं के मेहनताने का पैसा देने के लिए राज्य सरकार के पास नहीं है बजट, जबकि चुनावों के मद्देनजर लाडली बहनों के लिए फ्री फंड में 1000 देने के लिए सरकार के पास है पैसा: सुनील गोपाल | New India Times

अबरार अहमद खान/मुकीज खान, भोपाल (मप्र), NIT:

आशाओं के मेहनताने का पैसा देने के लिए राज्य सरकार के पास नहीं है बजट, जबकि चुनावों के मद्देनजर लाडली बहनों के लिए फ्री फंड में 1000 देने के लिए सरकार के पास है पैसा: सुनील गोपाल | New India Times

मध्य प्रदेश आशा सहयोगिनी वर्कर्स यूनियन के बैनर तले प्रदेश की आशाओं ने अपनी मांगों को लेकर प्रदेश के विभिन्न जिलों से सैकड़ों की संख्या में कड़ी धूप में रैली निकालकर भोपाल के नीलम पार्क पहुंच कर राज्य स्तरीय प्रदर्शन कर अपना मांग पत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम सौंपा।
मध्य प्रदेश आशा सहयोगिनी वर्कर्स यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष रचना अग्रवाल के द्वारा अपने वक्तव्य में आशाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, नियमित वेतन देने और परिवार चलाने लायक न्यूनतम वेतन सुनिश्चित करने की मांग की । प्रदेश की आशाओं के द्वारा लगातार चलाए जा रहे आंदोलन के लिए उन्हें बधाई देते हुए ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर के मध्य प्रदेश राज्य सचिव श्री सुनील गोपाल के द्वारा कहा गया कि क्यों ऐसा है कि इतने आंदोलन के बाद भी आशाओं की मांगे पूरी नहीं हो रही है क्योंकि मालिक पूंजीपति वर्ग के हित में देश में श्रम कानूनों को बदल दिया गया है। राज्य सरकारें और केंद्र सरकारें स्वयं ही स्थाई प्रकृति के काम के लिए स्कीम वर्कर्स के रूप में भर्ती कर नाम मात्र की प्रोत्साहन राशि देकर बहिनों और माताओं की मेहनत का शोषण कर रही है। मध्य प्रदेश की 80000 आशाओं से
₹2000 में काम करवाया जा रहा है। आशाओं के मेहनताने का पैसा देने के लिए राज्य सरकार के पास बजट नहीं है।जबकि चुनावों के मद्देनजर लाडली बहनों के लिए फ्री फंड में 1000 देने को भी सरकार के पास पैसा है।
सरकार द्वारा खुद 28000 न्यूनतम मासिक वेतन निर्धारित किया गया है सरकार को हर आशा को जीवन जीने योग्य परिवार चलाने योग्य वेतन देना होगा इसके लिए आशाओं को अपने आंदोलन को और अधिक संगठित और मजबूत करने साथ-साथ सही नेतृत्व के साथ मिलकर चलाने से ही सफलता मिल पाएगी।
भोपाल की आशा प्रतिनिधि आरती शर्मा, रेखा प्रजापति ,अन्नपूर्णा बाथम, चेतना पंडोले,सरिता बाथम के द्वारा आशाओं की आर्थिक कठिनाइयों के विषय में अपनी बात रखी।
अलीराजपुर से आशा प्रतिनिधि आशा चौहान , सोंडवा तहसील से श्रीमती गंगा मौर्य, श्रीमती कैंडी चोगड़, जोबट ब्लॉक से श्रीमती संगीता गाडरिया, भाबरा ब्लॉक से प्यारी चौहान ,कट्ठीवाड़ा ब्लॉक से ज्योति बारिया ,अक्सा गणावा, उदयगढ़ ब्लॉक से अर्चना पवार, शकुंतला डावर ने अपनी बात रखी। गुना से आशा प्रतिनिधि प्रभा के द्वारा बात रखी गई।
रायसेन तहसील से कृष्णा सेन ने और अशोक नगर से श्रीमति रेखा कुशवाहा ने बात रखी।
सागर से सीमा विश्वकर्मा और प्रीति और कटनी से भी आशा द्वारा बात रखी गई।
जबलपुर से आशा प्रतिनिधि भावना जी ने बात रखी।
ग्वालियर से भूमिका पवार और दतिया से विद्या के द्वारा बात रखी गई।


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