नरेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:

रामनवमी के पार्श्वभूमि पर महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर और जलगांव के पालधी (मंत्री गुलाबराव पाटील का गृह नगर) में घटित सांप्रदायिक हिंसा को राज्य भर में फैलाने के कथित प्रयास को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से काफी सतर्कता बरती जा रही है। ऐसे तनाव के बीच सोशल मीडिया समेत तमाम संपर्क माध्यमों और कहीं से आने वाली प्री प्लान हेट स्पिचेस पर पैनी नजर रखना बेहद जरूरी हो जाता है। जामनेर में शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान और अन्य धार्मिक संगठनों की ओर से आयोजित रामनवमी शोभायात्रा का सफलता पूर्वक मंचन किया गया। शोभायात्रा में राज्य के कैबिनेट मंत्री गिरीश महाजन ने डीजे के गीतों पर दोनों हाथ हवा में लहराते हुए अपने पुराने डांस स्टाइल को रिपीट किया और जिस रथ पर रामजी की प्रतिमा थी उसका सारथ्य किया। शोभायात्रा में गिरीश महाजन की सहभागिता के चलते लोकल अखबारों ने अलग अलग बिन्दुओं पर प्रकाश डालते हुए हर साल की तरह काफी अच्छी रिपोर्टिंग करने की कोशिश की है। शोभा यात्रा में मोरपंख का आरूपण किए रामभक्तों का अनूठा नृत्य लोगों के लिए आकर्षण का विषय बना। यात्रा के रूट पर पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को बहाल कर रखा था जिससे किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की कोई वारदात नहीं हो सकी। यात्रा में करीब 2 हजार युवाओं ने शिरकत की जिसमें शहर के आसपास के ग्रामीण गांव देहातों से भी कई युवक पधारे थे।
श्रीराम मंदिर के नवीनीकरण की ओर अनदेखी

जामनेर शहर में श्रीराम पेठ इलाके में कांग नदी किनारे स्थित सैकड़ों साल पुराने श्रीराम मंदिर के नवीनीकरण को लेकर ट्रस्ट की ओर से की जा रही अनदेखी आज भी बरकरार है। राज्य में भाजपा की सरकार आने के प्रतीक्षा में जामनेर की जनता की ओर से लगातार छह बार विधायक चुने गए और सौभाग्य से दूसरी बार मंत्री बनाए गए गिरीश महाजन प्रभु राम जी के निस्सीम भक्त और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्रियाशील सदस्य हैं, वे चाहें तो श्रीराम पेठ स्थित राम जी के मंदिर का सोनबर्डी सोनेश्वर महादेव मंदिर की तर्ज पर भरकदस विकास कर सकते हैं। इतिहास के पन्नों में जामनेर की अपनी पहचान है जिसकी ऐतिहासिक विरासतों को संरक्षित और संवर्धित करना सरकार की जिम्मेदारी है।