सुभाष पांडेय, मीरा-भाईंदर/मुंबई (महाराष्ट्र), NIT:
बैंक ऑफ इंडिया राष्ट्रीयकृत बैंकों में पहला ऐसा बैंक है जिसकी स्थापना 7 सितंबर 1906 में हुई। जिसने सन 1989 में मुम्बई शहर के महालक्ष्मी शाखा को पूर्णतयः कंप्यूटरीकृत किया और एटीएम सुविधा स्थापित की। बैंक ऑफ इंडिया भारत में ‘ स्विफ्ट का संस्थापक सदस्य बना। सन 1982 में ऋण संविभाग के मूल्यांकन/ रेटिंग के लिए हेल्थ कोड प्रणाली की शुरुवात की। बैंक ऑफ इंडिया भाईंदर शाखा के चीफ़ मैनेजर दिनेश भोले बैंक के 117 वें स्थापना दिवस के अवसर पर बैंक के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुये महत्वपूर्ण तथ्यों पर प्रकाश डाला।
ज्ञात हो कि बैंक ऑफ इंडिया के चीफ़ मैनेजर दिनेश भोले ने वित्त एवं वाणिज्य बैंकिंग क्षेत्र में बैंक ऑफ इंडिया की देश-विदेश में शाखाओं के बारे में बैंक की कार्यशैली के बारे में भी बहुत महत्त्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। वर्तमान में 5 महाद्वीपों में फैले 22 विदेशी देशों में 56 कार्यालय जिसमें 5 अनुषंगियां, 5 प्रतिनिधि कार्यालय तथा 1 संयुक्त उद्यम कार्यालय है। टोक्यो, सिंगापुर, हांगकांग, लंदन, जर्सी, पेरिस तथा जैसे प्रमुख बैंकिंग और वित्तिय केंद्रों में बैंक की उपस्थिति है। लगभग 5,430 ब्रांचेस तथा 5,551 से अधिक एटीएम कार्यालय हैं।
गौरतलब है कि बैंक ऑफ इंडिया के 117 स्थापना दिवस के मौके पर समर्पण वृद्धाश्रम तथा श्री राजेन्द्र होनिकॉम्ब चैरेटिबल ट्रस्ट के संस्थापक मैनेजिंग ट्रस्टी देवेंद्र प्रताप सिंह, मीरा-भाईंदर एडिटर एशोसिएशन के महासचिव व वरिष्ठ पत्रकार सुभाष पांडेय तथा भाईंदर के कर्मठ समाजसेवक मनोज पाटील विशेष रूप से बतौर उपस्थित थे। बाल-आश्रम के बच्चों ने बैंक के स्थापना दिवस पर देशभक्ति एवं जागरूकता विषयों पर बढ़िया कार्यक्रम, गीत-नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। बैंक के अधिकारी एवं कर्मचारी वर्ग भारी संख्या में कार्यक्रम में भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया। सुरक्षारक्षक अजीत घरत ने कार्यक्रम के अंत तक कार्यक्रम के व्यवस्थापक के रूप में अपनी महत्त्वपूर्ण डियूटी निभाई। कार्यक्रम को सफल बनाने में बैंक ऑफ इंडिया, भाईंदर शाखा के बीसी करण मनोज पाटील एवं रितिक मनोज पाटील ने बढ़िया योगदान दिया। बीसी करण पाटील ने उपस्थित बाल आश्रम के बच्चों को नई पोशाकें तथा अल्पाहार की व्यवस्था की। कुल मिलाकर कार्यकम अत्यंत सराहनीय रहा।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.