संदीप तिवारी, ब्यूरो चीफ, पन्ना (मप्र), NIT:
सोचिए की आप किसी महिला रिश्तेदार को लेकर कहीं जा रहे हो और अचानक बीच रास्ते में 4 अंजान लोग आपको रोकें फिर आपके साथ मारपीट करें और उस महिला के साथ आपके ही आँखों के सामने बारी बारी बलात्कार करें, सोच कर ही आपके रोगंटे खड़े हो गए होंगे।
ये कोई काल्पनिक घटना नहीं ये एक सच्ची घटना है जो हुई थी. आज से करीब 17 दिन पहले, एमपी के सागर जिले में जहाँ के एक आदतन अपराधी चैनसिंह ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर, जीजा के साथ मोटर साइकिल से जा रही उसकी साली को न सिर्फ अपनी हवस का शिकार बनाया बल्कि उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया इतना ही नहीं उसने बेरहमी से जीजा की पिटाई की और साली के साथ दरिंदगी की सारी हदें पार कर फरार हो गया।
समाज में आज ऐसे दरिंदे खुले घूम रहे हैं जो अपराध करने की सारी हदें पार कर देते हैं। बदमाश चैन सिंह के तीन साथियों को पुलिस ने पकड़ लिया है लेकिन मुख्य आरोपी अभी फरार है। ये बदमाश पुलिस की पहुंच से दूर है। पुलिस ने इस पर 20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। इस खुंखार अपराधी पर करीब एक दर्जन मामले दर्ज हैं जिस पर पहले भी पुलिस ने इनाम घोषित किया था और साल 2018 में इसे गिरफ्तार भी कर लिया था। लेकिन जैसे ही ये जेल से रिहा हुआ इसने फिर अपराध को अंजाम देना शुरू कर दिया।
ये तस्वीरें साल 2018 अक्टूबर महीने की है। पुलिस हिरासत में खड़ा ये खूंखार बदमाश है चैन सिंह जिसका नाम सुनकर सागर जिले के जैसीनगर में लोग बेचैन हो जाते हैं। जैसीनगर थाना क्षेत्र के रमपुरा के जंगल में 4 मई को इस आदतन अपराधी चैनसिंह ने घिनौनी घटना को अंजाम दिया था, घटना के बाद से आरक्षक से लेकर आईजी तक के प्लान पर काम किया गया लेकिन पुलिस अभी तक खाली हाथ ही है। पुलिस को सागर और रायसेन जिले की सीमाओं में फैले इस घने जंगल में चैनसिंह के छिपे होने की खबर है जहां पुलिस सरगर्मी से इसकी तलाश की जा रही है, इस जंगल को आरोपी चैनसिंह का दूसरा घर कहा जाता है, क्योकि जब भी वह अपराध करता था तो इन्ही जंगलो में फरारी काटता था, यही वजह है कि वह पुलिस की पहुंच सेअब तक दूर है।
चैनसिंह पर चोरी, मारपीट, छेड़छाड़, लूट, अपहरण, गैंगरप जैसे करीब एक दर्जन से मामले दर्ज है, वही कई लोग चैनसिंह के खौफ की वजह से थाने तक नहीं पहुचंते है। जैसीनगर थाने के निगरानी शुदा गुंडा बादमाशो की फेहरिस्त में भी चैनसिंह का नाम शामिल है। 2018 में 8 साल की बच्ची का अपहरण और रेप की कोशिश के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, करीब एक साल पहले वह जमानत पर जेल से बाहर निकला था
बताया जाता है कि बदमाश चैनसिंह शराब और शवाब का शौकीन है उसकी यही कमजोरी उससे यह अपराध करवाती है। और इसी की वजह से वह फरारी के दिनों में पकड़ा भी जाता है।
ये वो प्रदेश है जिसके मुख़्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान है। जो कहते नहीं थकते की किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जायेगा। ये वो मुख्यमंत्री है जिनके राज में उनका प्रदेश बलात्कार में नंबर एक पर है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उनके विधायक बुलडोज़र मामा के नाम से प्रोजेक्ट कर रहे है। एक सख्त सीएम की छवि बना रहे है। अपराध करने वालों के घरों पर बुल्डोजर चलाने पर उन्हें अब महारत मिल चुकी है लेकिन आज मामा के राज में एक भांजी की इज्जत लूट गयी और आरोपी अपराध करने के 17 दिन बाद भी पुलिस की गिरिफ्त से दूर है। अब सवाल ये है की कब ये बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ेगा और क्या इसको ऐसी सजा मिलेगी जो ऐसे अपराधियों के लिए उदाहरण बन सके।
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