बुंदेलखंड क्रांति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर सत्येन्द्र पाल सिंह को किया गया घर में नज़रबंद. बुंदेलखंड राज्य आंदोलन से सरकार भयभीत है क्या: कुंवर सत्येन्द्र पाल सिंह | New India Times

अरशद आब्दी, ब्यूरो चीफ, झांसी (यूपी), NIT:

बुंदेलखंड क्रांति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर सत्येन्द्र पाल सिंह को किया गया घर में नज़रबंद. बुंदेलखंड राज्य आंदोलन से सरकार भयभीत है क्या: कुंवर सत्येन्द्र पाल सिंह | New India Times

बुंदेलखंड क्रांति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर सत्येन्द्र पाल सिंह को आज सुबह से ही घर में नज़रबंद कर दिया गया है.

कुंवर सत्येन्द्र पाल सिंह ने कहा कि हम भी हाउस अरेस्ट हो गए हैं,
हमने तो कोई चेतावनी नहीं दी, न ही इतनी ताकत है कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री से उनकी सहमति के बिना मिल पाएं लेकिन आज 19 नवंबर की सुबह से दो पुलिसकर्मी आ गए हैं कि हम आज कहीं जा नहीं सकते। महारानी लक्ष्मीबाई की मूर्ति पर भी नहीं जा सकते। हमें अपने कार्यक्रम निरस्त करना पड़ रहे हैं।
माननीय प्रधानमंत्री जी के आने से जो बुन्देलखण्ड को क्या सौगात मिलेगी नहीं पता। क्यों कि जो अपेक्षा बुन्देलखण्ड के लोगों को है वो तो पूरी होती नहीं दिख रही।
डिफेंस कॉरिडोर झांसी जनपद के करीब 15 और चित्रकूट जनपद के करीब 05 यानि बुंदेलखंड के कुल 20 ग्रामों में ही परवान चढ़ना है। इन आयुध कारखानों में बुंदेलखंड के लोग शायद केवल मजदूर ही हो पाएंगे।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे झांसी नहीं आ रहा है। ऐसा कोई रास्ता जो बुंदेलखंड के दिल झांसी से न गुजरता हो वो रास्ता हमारे लिए लाभदायक नहीं है।
हमारी पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग, रानी झांसी की तलवार वापस झांसी लाने की मांग, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी को सरकारी अनुदान, केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की मांग को अनदेखा कर दिया तो माननीय प्रधानमंत्री जी के बुंदेलखंड की जमीन पर आने का कोई मतलब नहीं है।
हम बुन्देलखण्ड के लोग माननीय प्रधानमंत्री जी से ये अपेक्षा करते हैं कि माननीय प्रधानमंत्री जी बुंदेलखंड की गरीबी और पिछड़ेपन को दूर करने की योजना लाएं। अभी भारत सरकार की BGRF योजना के अंतर्गत बुंदेलखंड के झांसी, सागर और दतिया को छोड़कर सभी जनपद आते हैं। हम देश की विकास के दौड़ से बहुत पीछे हैं।
अभी 02 दिन पहले राजनाथ सिंह ,रक्षा मंत्री भारत सरकार ने ऐसा कुछ नही कहा जिससे बुंदेलखंड की जनता का भला हो। हमारी धरती पर कारखाने खोलकर हमें रोजगार न मिले तो क्या फायदा होगा?
अभी झांसी में बिजौली औद्योगिक क्षेत्र में तमाम कारखानों में स्थानीय मजदूर के स्थान पर बाहरी लगाए जा रहे हैं।
आज नजरबंद / हाउस अरेस्ट रखने के लिए प्रशासन का आभार।


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By nit

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