स्थापना दिवस पर आदिवासी महासभा सम्मेलन का हुआ आयोजन, चरगुवां मामले में 3 अक्टूबर को आदिवासी संगठन की प्रदर्शन की तैयारी | New India Times

राकेश यादव, देवरी/सागर (मप्र), NIT:

स्थापना दिवस पर आदिवासी महासभा सम्मेलन का हुआ आयोजन, चरगुवां मामले में 3 अक्टूबर को आदिवासी संगठन की प्रदर्शन की तैयारी | New India Times

देवरी विकासखण्ड के ग्राम बोरिया में बड़ा देव के प्रथम स्थापना दिवस के अवसर पर आदिवासी महासभा सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें आदिवासी
समुदाय के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक हर्ष यादव द्वारा बड़ा देव मंदिर में विधि विधान से पूजा अर्चन कर किया गया। कार्यक्रम में संगठनों के
पदाधिकारियों के वक्ताओं ने सामाजिक संगठन एवं जागरूकता को लेकर अपने प्रभावशाली विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गोंड महासभा के अध्यक्ष प्रहलाद उईके ने कहा कि आदिवासी समुदाय का विकास तभी संभव है जब हम सभी शिक्षित एवं संगठित होंगे, युवा पीढ़ी में व्याप्त नशे की लत को हमें समाप्त करना होगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विनोद दीवार ने कहा कि समाज के उत्थान में मातृ शक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका है महिलाओं ने ही समाज की गौरवशाली परंपरा को जीवित रखा है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक हर्ष यादव ने कहा कि क्षेत्र में आदिवासी समुदाय का स्वर्णिम इतिहास रहा है जिसके वैभव के प्रतीक आज खण्डहरों के रूप में दिखाई देते हैं। रानी दुर्गावती के इतिहास से सभी वाकिफ हैं, आदिवासी समाज में फूट डालने के प्रयास किये जा रहे हैं, समाज को आर्थिक, सामाजिक और बौद्धिक रूप से सक्षम
होने के लिए शिक्षित होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदाय के उत्थान के लिए में उनके साथ हमेशा खड़ा रहूंगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भीष्म शाह ढिलवार ने कहा कि देश में विकास के नाम पर जब भी विस्थापन होता है तो उसकी कीमत आदिवासी
समुदाय को ही चुकानी पड़ती है। इससे उस क्षेत्र की समाज और संस्कृति विलुप्त हो जाती है, इस क्रम पर रोक लगना चाहिए। सरकार आदिवासी समुदाय को वन संपदा और भूमि के अधिकार दे ताकि वह समृद्ध और शिक्षित हो।

सम्मेलन में वक्ताओं द्वारा चरगुवां में आदिवासी समुदाय के साथ हुई घटना की कड़ी आलोचना की गई। कार्यक्रम के वक्ता राजेश सोयाम ने कहा कि आदिवासी समुदाय के साथ हुए अन्याय के मामले में ऐसे लोग राजनीति कर रहे हैं जिन्हें पीड़ितों से मिलने का समय नहीं है। चरगुंवा मामले में 3 अक्टूबर तक पीढि़त परिवारों की मांग पूरी न होने पर बड़े प्रदर्शन किए जाने की बात की गई।
कार्यक्रम को प्रहलाद उईके जिलाध्यक्ष, अमर सिंह मरकाम धर्माचार्य, रजत दीवान जिला प्रभारी जयस,
कमलेश पोर्ते, विनोद दीवार, भीष्म शाह ढिलवार, लीलाधर मर्सकोले आदि ने संबोधित किया.
इस अवसर पर हीरा आदिवासी, जगदीश, केसनाल, तुलसीराम, आरन टेकाम, कैलाश, कराम गोरया,
बाबा राजौरिया, कृष्ण कुमार यादव उपस्थित थे. मंच संचालन राजेश सोयाम ने किया।


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