नरेंद्र इंगले, जामनेर/जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
7 सितंबर को जामनेर तहसील में आए चक्रावात और बारिश के कारण हुए नुकसान का मुआयना करने पहुँचे अभिभावक मंत्री गुलाबराव पाटील ने बाढ़ पीड़ितों को सांत्वना दी है. पाटिल ने क्षेत्र के कई गांवों में जाकर किसानों से वार्तालाप किया और फसलों का जायजा लिया. इससे पहले पाटिल पूर्व मंत्री गिरीश महाजन के बंगले पर गए जहाँ दोनों नेताओं ने जलपान का आनंद लिया. 2016 में जब रावेर बेल्ट में भारी बारिश के कारण केला बागानों का भारी नुकसान हुआ था तब तत्कालीन मंत्री महाजन द्वारा किसानों के साथ किए गए सम्मानजनक व्यवहार को जनता के बीच खूब मिस किया जा रहा है.
मंत्री गुलाबराव पाटिल के साथ आयोजित समीक्षा दौरे में राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता संजय गरुड़ भी साथ में थे. गरुड़ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर माकूल मदत की मांग कर दी है. क्षेत्र में चक्रावात के कारण केला बागानो का खासा नुकसान हुआ है. जैसा कि हमने अपनी रिपोर्टिंग में बताया था कि फसल बीमा को लेकर बीमा कंपनी की ओर से किसानों को क्षतिपूर्ति में बाधाएं आ सकती हैं ठीक वैसा ही आलम है. केला उत्पादक किसानों ने पाटिल के समक्ष बीमा कंपनी के कामकाज को लेकर कई शिकायतें दर्ज कीं. कितने किसानों ने फसल बीमा के लिए अर्जी लगाई है और कितनों ने प्रीमियम अदा किए हैं. अब क्षतिपूर्ति का कौनसा पैमाना तय किया जाना है इसका डेटा प्रशासन कलेक्ट कर रहा है.आने वाली कैबिनेट बैठक में राज्य सरकार की ओर से सहायता राशि का ऐलान किया जा सकता है. मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट में कहा है कि उत्तर महाराष्ट्र में आने वाले 5 दिनों तक मूसलाधार बारिश हो सकती है. चेतावनी के बाद नदी किनारे पर बसे गांवों मे खासा एहतियात बरता जा रहा है. 7 सितंबर को आए संकट से लोग उबरने की कोशिश कर रहे हैं. अपनी टिन और जुग्गी झोपड़ियों को पीड़ितों ने आत्मनिर्भर होकर खड़ा कर दिया है. इसी बीच नेताओं के धुंवाधार दौरे बांझ साबित हो रहे हैं.
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