नरेंद्र इंगले, जामनेर/जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:

जलगांव जिले के 15 तहसीलों में बारिश के अभाव से सूखे की स्थिती पैदा हो गई है. कपास, मकई, सोयाबीन, दाल की फसलें बर्बाद होने की कगार पर हैं. आने वाले कुछ समय में किसान रबी की चिंता छोड़ खरीफ की लागत निकालने के लिए सब्जी खेती पर जोर देते नजर आएंगे जिससे सब्जियों के दाम भी बाजार में गिर जाएंगे. भाजपा ने पूर्व मंत्री गिरीश महाजन के नेतृत्व में सूखा घोषित करने की मांग कर दी है लेकिन सूखे को लेकर सत्तापक्ष का रवैया काफी रूखा है. एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना तीनों दलों की सरकार होने के बावजूद किसी ने भी सूखे को लेकर कोई टिप्पणी या मांग नहीं की है. अगर आज यही दल विपक्ष में होते तो सूखे को लेकर अखबारों में फूल पेज कवरेज पाते. सरकार का मिशन साफ है जैसे तैसे पांच साल तक यह सरकार चलानी है….
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