संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:
ग्वालियर थाटीपुर थाना के अंतर्गत रामेश्वर रजक अपने परिवार के साथ 40 साल से निवास कर रहे थे दो दिन पहिले कुछ दबंगों के द्वारा उनका सामान घर के बाहर फेंक कर अपना ताला घर में लगा दिया गया।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि उनको मारा पीटा भी गया और उनकी लड़की के कपड़े तक फाड़ दिए गए. थाटीपुर थाना प्रभारी आर बी एस विमल के द्वारा उनकी एफआईआर लिख ली गयी है लेकिन उनका आवास उन्हें नहीं मिल पाया क्योंकि ताला अब पुलिस नहीं तोड़ सकती यह नियम के विरुद्ध होगा।
सवाल यह उठ रहा है कि अगर इस तरह के दबंग गुंडागर्दी करते हैं तो अपने वजूद को कायम रखने के लिए क्या करना चाहिए या तो घर उनके हवाले कर दो या स्वयं गुंडागर्दी करने को मजबूर हो जाओ?
यह सीधा साधा परिवार आज भूखा मरने की कगार पर है. कुछ लोगों के द्वारा लगातार इनका पीछा किया जा रहा था इसलिए पुलिस ने उन्हें मुरार में रह रहे उनके किसी रिश्तेदार के घर सकुशल पहुंचा दिया है।
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