कोरोना महामारी से लड़कर उसको हराने में प्रशासन के साथ कायमखानी यूथ ब्रिगेड मजबूती से खड़ा होकर निभा रहा है सक्रिय भूमिका | New India Times

अशफाक कायमखानी, सीकर/डीडवाना (राजस्थान), NIT:

कोरोना महामारी से लड़कर उसको हराने में प्रशासन के साथ कायमखानी यूथ ब्रिगेड मजबूती से खड़ा होकर निभा रहा है सक्रिय भूमिका | New India Times

कोविड-19 की दूसरी लहर से जारी प्रकोप से संक्रमित व खौफजदा लोगों को उचित मार्गदर्शन देकर राज्य सरकार व जिला प्रशासन के साथ सहयोगी की तरह काम करते हुये कोराना को हराने में खासतौर पर शेखावाटी जनपद व नागौर जिले की डीडवाना के क्षेत्र में सरकारी गाईडलाइन के अनुसार प्रमुख भूमिका निभाते हुये जो काम कर रहा है उस तरह की मिसालें इस तरह के कठिन व खौफ के दौर में बहुत कम देखने को मिलती है। इस संग्रह की मेहनत की कोशिशों का सकारात्मक प्रभाव कायमखानी बिरादरी में बहुत नजदीकी से देखने को मिल रहा है। इस संगठन की महत्वपूर्ण भूमिका के चलते कायमखानी बहुल किरडोली गांव कोराना काल में माॅडल गांव के रुप में चर्चा का केंद्र बिन्दु बन चुका है.

कोरोना महामारी से लड़कर उसको हराने में प्रशासन के साथ कायमखानी यूथ ब्रिगेड मजबूती से खड़ा होकर निभा रहा है सक्रिय भूमिका | New India Times

कोराना प्रकोप के कारण किसी वजह से अस्पताल की वजह घर पर स्वास्थ्य लाभ लेने वाले संक्रमित लोगों के सामने कल्पना के विपरीत अचानक श्वास लेने के लिये आक्सीजन की आवश्यकता शिद्दत से महसूस होने लगी तो यूथ ब्रिगेड ने विषम परिस्थितियों में भी जरुरतमंदों को आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाने का जो पुण्य का काम किये है उस काम की सभी स्तर पर सहरायना हो रही है। अचानक श्वास लेने में भारी दिक्कत होने के समय आक्सीजन की संक्रमित लोगों के लिये उसकी चाहत के स्थान पर उपलब्धता काफी लोगों के लिये जीवनदायिनी साबित हुई है। आक्सीजन की उपलब्धि में कमी व बने विपरीत हालत में कायमखानी यूथ ब्रिगेड की प्रेरणा से खाड़ी देशों में काम करने वाले युवा सदस्यों ने पहल करते हुए डीडवाना (नागौर) राजस्थान में बांगड़ अस्पताल में बनने जा रहे ऑक्सिजन प्लांट के लिए कुल लागत की 25% राशि वहन करने का निर्णय लेकर जो दरियादिली व सावचेत रहने का परिचय दिया है उसकी जितनी प्रशंसा की जाये वो कम होगी क्योंकि विदेश में रहने वाले जिन युवकों ने मदद करने का जिम्मा लेकर मदद कर रहे हैं उनमें से अधीकांश कड़ी धूप में मजदूरी करके अपने बच्चों के लिये दो जून की रोटी का इंतजाम कर पाते हैं। इन युवाओं के हुये निर्णयानुसार डीडवाना के उक्त ऑक्सीजन प्लांट के लिए बतौर सहायतार्थ 50 लाख रुपये इकट्ठे कर मिशन मानवता के खाते में जमा करवा दिये बताते। उक्त युवाओं की इस तरह की मानवीय सेवा करने का अनुसरण अन्य युवाओं को भी करके विपत्ति के समय परिवार, खानदान व समुदाय के साथ साथ वतन की खिदमत करने का मौका गंवाना नहीं चाहिए। विपत्ति के इस दौर मे आस्पतालों में रेगुलेटर की कमी को देखते हुए KKYB संगठन की प्रेरणा से बाबू खाँ ने 50 रेगूलेटर संगठन के माध्यम से प्रशासन को उपलब्ध करवाए है। संगठन द्वारा किये जा रहे निरन्तर जनसेवा के कार्यो से प्रेरणा लेते हुए राणासर(चुरू) निवासी जावेद खान जमालखानी ने 10 रेगुलेटर राजकीय भरतिया अस्पताल को भेंट करके अन्य लोगो के लिये प्रेरणा का सबक बने हुये है। इसी तरह संगठन की प्रेरणा से दुबई में काम करने वाले अन्य युवा सदस्यों ने कोरोना पीड़ितों की सहायतार्थ 40 रेगुलेटर संगठन के माध्यम से जरूरतमंद व्यक्तियों तक पहुचाए गए।

कोरोना महामारी से लड़कर उसको हराने में प्रशासन के साथ कायमखानी यूथ ब्रिगेड मजबूती से खड़ा होकर निभा रहा है सक्रिय भूमिका | New India Times

KKYB संगठन के सदस्य लगातार सीकर, चुरू, फ़तेहपुर, लक्ष्मणगढ़, डीडवाना, लाडनू सहित अनेक शहरों व गावों में जरूरतमंद लोगों तक ऑक्सीजन सिलेंडर व अन्य आवश्यक वस्तुएं पहुचा कर लगातार मदद करने मे से्वारत हैं।इसके अतिरिक्त युवा ब्रिगेड के सदस्य व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जरूरतमंद के लिए प्लाज्मा डोनर की व्यवस्था भी कर रहे हैं।वहीं गत वर्ष भी कोरोना महामारी के दौरान सरकार द्वारा घोषित लोकडाउन की स्थिति में युवा ब्रिगेड ने जरूरतमंद लोगों की सेवा करने के लिए युद्धस्तर पर मोर्चा संभाल था। सीकर, चुरू, झुंझुनू, नागौर, जयपुर, लक्ष्मणगढ़, फतेहपुर, सरदारशहर, डीडवाना, लाडनू आदि शहरों में KKYB संगठन द्वारा राशन सामग्री के कीट वितरित किये गए थे। जिनमें फतेहपुर कस्बे में 05 अप्रैल 2020 को “कायम रसोई” की स्थापना कर प्रतिदिन सुबह शाम 800 पैकेट भोजन के निःशुल्क जरूरतमंद लोगों को उनके घर तक वितरित करने का कार्य अंजान दिया था। फतेहपुर के अलावा संगठन द्वारा फ़तेहपुर, सीकर, लाडनूं, चुरू, झुंझुनूं, डीडवाना, सरदारशहर आदि कई शहरों में कायम रसोई की स्थापना कर निःशुल्क भोजन के पैकेट जरूरतमंद व्यक्तियों के घर तक तत्तकालीन समय मे वितरित किये गए थे। इस तंजीम के युवाओं का कहना है कि महामारी का प्रभाव जब तक कम नही होगा तब तक संगठन के द्वारा जरूरतमंद लोगो की सेवा को जारी रखा जायेगा। वाकई KKYB के युवाओं के इस हौसले और हिम्मत से सरकार को कोरोना से लड़ाई लड़ने में मजबूती मिली है। कायमखानी यूथ ब्रिगेड के द्वारा सेवाभाव के साथ किये जा रहे कार्यों ने कायमखानी समाज ही नही वरन सम्पूर्ण समाज के युवाओं को एक नई दिशा प्रदान की है तथा संगठन के युवाओं द्वारा सभी यूवावर्ग के लिए एक बेहतरीन मिशाल पेश की गई है।

कहां से शुरुआत हुई कायमखानी यूथ ब्रिगेड की—
इस संगठन का इतिहास कोई ज्यादा पूराना नही है। बात महज आज से 6 साल पहले की है। सीकर के कायमखानी छात्रावास में समाज के युवाओं द्वारा एक चिंतन बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में समाज के युवाओं ने कायमखानी समाज मे विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों में दिखावे के लिए होने वाली फिजूलखर्ची जैसी सामाजिक बुराई पर, समाज मे शिक्षा का स्तर कैसे बढ़ाया जाए और राजकीय सेवा में समाज के कम होते प्रतिनिधित्व पर, राष्ट्र निर्माण में समाज के युवाओं की भागीदारी बढाने आदि विभिन्न मसलों पर गहन चिंतन और मंथन किया गया। सम्पूर्ण चर्चा के बाद एकत्रित युवाओं ने तय किया कि एक ऐसे युवा सामाजिक संगठन की स्थापना की जाए जो समाज के युवाओं को जागरूक करे तथा समाज मे शिक्षा के स्तर को सुधारने हेतु प्रयास करे।इसी दिन कायमखानी समाज के युवाओं ने एक नए संगठन कायमखानी यूथ ब्रिगेड की स्थापना की।
कायमखानी यूथ ब्रिगेड ने सीकर जिले में ही नही वरन सम्पूर्ण राजस्थान के कायमखानी समाज मे समय समय पर विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों में दिखावे के लिए की जाने वाली फिजूलखर्ची के खिलाफ एक बड़ा युद्धस्तरिय अभियान छेड़ा और साथ ही समाज मे शिक्षा पर जोर देने का आव्हान किया। इसके लिए KKYB संगठन द्वारा भीचरी, बेरी, गांगियासर, कुचेरा,जसवंतगढ़, जसरासर सहित 10 गांवों में बड़े सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये गए।
समाज में इस मुहिम का बड़ा असर देखने को मिला। समाज के लोगो ने आगे आकर अपने आप को उदाहरण के रूप में पेश किया। सैंकड़ो की संख्या में शादियां बिना दहेज और फिजूलखर्ची के हुई और हजारों की संख्या में सगाई जैसी रसम साधारण तरीके से और बिना किसी दिखावे की फिजुलखर्ची के तय हुई। समाज मे शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए फतेहपुर कस्बे में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। और साथ ही समाज मे बालिका शिक्षा का स्तर सुधारने पर जोर दिया गया। कायमखानी समाज अपने अदम्य साहस और सैन्य सेवा के लिए जाना जाता है। कायमखानी समाज सैन्य क्षेत्र में देश सेवा में सदैव अग्रणी भूमिका में रहा है। कौम के सैंकड़ो बहादुर सैनिकों ने अपनी सरजमी की रक्षा के लिए शहादत दी है। इसलिए शहीदों की शहादत के सम्मान में एंव पूर्व सैनिकों के सम्मान में तथा समाज मे युवाओं को सेना भर्ती के लिए प्रोत्साहित करने हेतु युवा संगठन द्वारा लक्ष्मणगढ़ में सैनिक सम्मान समारोह का बड़ा आयोजन किया था। इस तरह की सामाजिक सेवा की कड़ी में युवा संगठन द्वारा आपसी तालमेल और संवाद के साथ हर वह जरूरतमंद व्यक्ति जिसे आपातकालीन परिस्थितियों में ब्लड की आवश्यकता हो उसके लिए ब्लड डोनर की व्यवस्था भी कर रहाहै। वर्तमान परिदृश्य में युवाओं की यह तंजीम एक बड़े संगठन का आकार ले चुकी है और हर प्रकार के सामाजिक कार्य मे अग्रणी भूमिका निभाने लगी है। युवाओं की यह तंजीम अपनी संगठनात्मक एकजुटता और निःस्वार्थ सेवाकार्यों के साथ दिन प्रतिदिन एक नया इतिहास लिख रही है तथा अपनी सकारात्मक सोच के साथ निरन्तर आगे बढ़ रही है।
कुल मिलाकर यह है कि कायमखानी युवाओं द्वारा अपने स्तर पर बनाई गई कायमखानी यूथ ब्रिगेड नामों तंजीम ने कोराना काल के विपरीत परिस्थितियों के बावजूद बेमिसाल काम अंजाम दिया है एवं दे रहे है उसकी कल्पना करना भी मुश्किल माना जा रहे है। पीछले छ साल से इस संस्था ने जो नेक काम किये व कदम उठाये है उनकी सहरायना चारो तरफ होना देखा जा रहा है।


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