साबिर खान, मीरा-भाईंदर/मुंबई (महाराष्ट्र), NIT:
लगभग पिछले 30 वर्षों से मीरा-भाईंदर में हिंदी पत्रकारिता से जुड़े सशक्त हस्ताक्षर, स्पेशल क्राइम रिपोर्टर, कवि, लेखक, वरिष्ठ पत्रकार सुभाष पांडेय अपनी बेबाक कलम, निष्पक्ष, निर्भीक, खोजी पत्रकारिता के लिए जाने जाते हैं। इन्हीं उपलब्धियों के चलते उन्हें कई बार पुरस्कार एवं सम्मान मिल चुका है। वह बहुत सारे सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक संगठनों से जुड़े हुए हैं। सारा जीवन केवल प्रिंट पत्रकारिता के बल पर अपनी पत्रकारिता का जादू दिखाते रहे। कोविडकाल में भी वह समाचारों को संकलन करने प्रतिदिन घर से बाहर सरकारी संस्थानों, प्रशासनिक भवनों, सार्वजनिक क्षेत्रों में जाते रहे हैं।
इसी बीच वरिष्ठ पत्रकार सुभाष पांडेय कोविड का शिकार हो गए। जिसकी प्रथम इलाज मीरा-भाईंदर महानगरपालिका की विद्वान कर्मठ नगरसेविका डॉ. प्रीति पाटील, डॉ. प्रशांत पाटील, उनका नर्सिंग स्टॉफ ने भायंदर (पूर्व) स्थित धन्वंतरि अस्पताल में किया।
गौरतलब है कि मीरा-भायंदर महानगरपालिका की नगरसेविका व पेशे से डॉक्टर प्रीति पाटील ने दबंग खबरें के संपादक शशि शर्मा की पहल पर सबसे पहले आईसीयू में ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था की। बहुत ही क्रिटिकल पोजिशन में वरिष्ठ पत्रकार सुभाष पांडेय अपने बेटे हेमंत पांडेय के साथ धन्वंतरि अस्पताल पहुंचे थे। धन्वंतरि अस्पताल के डॉक्टरों के कहने पर वरिष्ठ पत्रकार सुभाष पांडेय के बेटे हेमंत पांडेय ने दौड़-भागकर 9 रेमडिसिवर के इंजेक्शन्स एवं 2 प्लाज़्मा का बंदोबस्त किया। डॉक्टरों ने बताया पत्रकार सुभाष पांडेय का बहुत ही क्रिटिकल पोजिशन है, पूरा फेफड़ा इन्फेक्टेड है। 9 दिन-रात डॉक्टरों ने, नर्सिंग स्टॉफ ने जी-जान लगाकर पत्रकार सुभाष पांडेय की जान को बचा लिया।
कई बार अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने पर अल-कैन कंपनी द्वारा बनाये जाने वाले ऑक्सीजन सिलेंडर को पत्रकार सुभाष पांडेय को अल कैन के चेयरमैन विजय पारीख ने मुहैया कराया। डॉ. प्रीति पाटील ने पत्रकार सुभाष पांडेय की जान बचाने की कोशिश में दिन-रात एक कर दिया था। अस्पताल में कई बार ऑक्सीजन खत्म होने और शहर भर में दौड़-दौड़कर ऑक्सीजन की व्यवस्था अपने कोविड पेशेंटों के लिए करती रहीं। इतना ही नहीं जहाँ ऑक्सीजन का बाटला कहीं नहीं मिला तो गैरेज में जाकर ऑक्सीजन का बाटला लेकर आईं।
ऑक्सीजन के किल्लत के चलते तथा 70 प्रतिशत पत्रकार सुभाष पांडेय की रिकवरी रेट होने पर उन्हें तत्काल मीरा-भायंदर महानगरपालिका प्रशासन द्वारा संचालित भायंदर के इन्द्रलोक में स्थित स्व. प्रमोद महाजन कोविड अस्पताल में दिनांक 16 अप्रैल 2021 को रात 11:30 बजे कोविड इलाज़ के लिए भर्ती कराया गया।
जहां वरिष्ठ पत्रकार सुभाष पांडेय का इलाज कोविड सेंटर के डायरेक्टर डॉ. फुरकान शेख, डॉ. राजवीर सिंह के निर्देश पर यूनिट हेड डॉ. धनेश्वर, डॉ. ज़ाहिद के अंतर्गत डॉ. अमित पवार, डॉ. मतीन सैय्यद, डॉ. सूफिया शेख, डॉ. पवन बरई आदि डॉक्टरों व नर्सिंग स्टॉफ ने किया।
स्व. प्रमोद महाजन कोविड सेंटर अस्पताल में कुल 24 दिन कोविड पेशेंट पत्रकार सुभाष पांडेय भर्ती रहे। 95 प्रतिशत से अधिक उनके स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद दिनांक 9 मई 2021 (विश्व मातृ-दिवस) के दिन स्व. प्रमोद महाजन कोविड सेंटर अस्पताल के डॉक्टरों ने जीवन एवं मृत्यु के बीच जंग जीतने वाले कोरोना योद्धा वरिष्ठ पत्रकार सुभाष पांडेय को डिस्चार्ज कर दिया। भायंदर के वरिष्ठ पत्रकार सुभाष पांडेय शरीर से बहुत कमजोर हो गए हैं जो इस समय पोस्ट कोविड के चलते अपने निवास के एक कमरे में एक महीने के लिये होम कोरेन्टीन हैं। कोरोना योद्धा पत्रकार सुभाष पांडेय कुल 1 महीना 1 दिन अस्पताल में कोविड वायरस के इलाज़ के लिए भर्ती रहे।
अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद उन्होंने अपने के फीडबैक, इंटरव्यू में कहा कि “डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं। दिन-रात, 24 घण्टे कोविड पेशेंटों की देख-रेख करते हैं। उनका इलाज़ कर ठीक करने का प्रयास करते हैं. डॉक्टरों की कोशिश रहती है कि हर पेशेंट जल्दी-से-जल्दी ठीक होकर अपने -अपने घर जाए। नर्सिंग स्टॉफ, वार्ड बॉयस, सफाई कर्मचारी सभी का आभार माना।
उन्होंने सर्वप्रथम मीरा-भायंदर माहानगरपालिका की कर्मठ नगरसेविका व धन्वंतरि अस्पताल की डॉक्टर प्रीति पाटील, डॉक्टर प्रशांत पाटील, अल-कैन एक्सपोर्ट के चेयरमैन विजयभाई पारीख, स्वर्गिय प्रमोद महाजन कोविड सेंटर अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. फुरकान शेख, डॉ. राजवीर शेख, डॉ. अमित पवार, डॉ. मतीन सैय्यद, डॉ. सूफिया शेख, डॉ. धनेश्वर, डॉ. ज़ाहिद, डॉ. पवन बरई समेत दबंग खबरें के संपादक शशि शर्मा, भागदौड़ करने वाले होनहार पुत्र हेमन्त पांडेय का भी आभार माना।
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