अशफाक कायमखानी, सीकर (राजस्थान), NIT:
सीकर जिले में अनेक जगह पदस्थापित रहकर काफी चर्चित रहने वाली वर्तमान में श्रीगंगानगर नगरपरिषद आयुक्त प्रियंका बूढानीया को मुखबिर की इत्तिला पर उच्च विभागीय आदेश पर देर रात श्रीगंगानगर से जयपुर निजी कार से जाते समय जिले के लक्ष्मनगढ कस्बे में NH-52 पर सीकर एसीबी चौकी ने रोक कर तलाशी में मिले अवैध एक लाख चालीस हजार रुपये के बाद थाने लेजाकर देर रात पूछताछ करने के बाद मामला दर्ज करके छोड़ देने के बाद क्षेत्र में काफी हलचल देखने को मिल रही है। अगले दिन श्रीगंगानगर स्थित आयुक्त के सरकारी आवास को एसीबी ने सीज कर दिया है। आयूक्त की वापसी के बाद निवास की तलाशी ली जायेगी।
एसीबी सीकर चौकी के उप पुलिस अधीक्षक जाकिर अख्तर ने बताया की ऊपर के मिले विभागीय आदेश के अनुसार आयुक्त प्रियंका बूढानीया को NH-52 पर लक्ष्मनगढ कस्बे में निजी कार से जयपुर जाते हुये रोककर लक्ष्मनगढ थाने लेजाकर उनके पास मिले रुपयों के बारे मे उनसे पूछताछ करके मामला दर्ज करके देर रात छोड़ दिया गया था।
ऊंची राजनीतिक पहुंच रखने वाली आयुक्त प्रियंका पहले भी विवादों में रही हैं लेकिन इनका अभी तक कुछ नहीं बिगड़ पाया है। श्रीगंगानगर से पहले सरवाड़, पुष्कर, सीकर के लक्ष्मनगढ व खण्डेला के अलावा सूरतगढ़ में पदस्थापित रही हैं। लक्ष्मनगढ में पार्षदों ने इसके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया था एवं खण्डेला नगरपालिका में पदस्थापित रहते भ्रष्टाचार के आरोप में निलम्बित हो चुकी हैं। आयुक्त बूढानीया के खिलाफ अभी दर्ज हुये मामले के अतिरिक्त पहले से एसीबी में परिवाद पहले से दर्ज है। वर्तमान पदस्थापित जगह श्रीगंगानगर में 64 आटो टिप्पर व 5 फोगिंग मशीन खरीद में नियमों को ताक पर रखने के आरोप में एसीबी में परिवाद दर्ज हो चुका है। इसके बाद कोराना संक्रमण रोकथाम के लिये सोडियम हाइपो क्लोराइड की खरीद में भी अनियमिताओं के आरोप हैं।
कुल मिलाकर यह है कि ऊंची राजनीतिक पहुंच रखने वाली श्रीगंगानगर नगरपरिषद आयुक प्रियंका बूढानीया के खिलाफ पहले से भी एसीबी में परिवाद दर्ज होने के बाद इस दफा अवैध रुपयों के साथ सीकर एसीबी ने पकड़ कर मामला दर्ज किया है। देखना होगा कि उक्त मामले में बूढानीया के खिलाफ कार्यवाही हो पाती है या नहीं।
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