रहीम शेरानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
लगातर पंद्रह साल से मध्य प्रदेश में एक तरफा शुशाशन,
स्वास्थ्य, शिक्षित भरा माहौल प्रदेश की जनता को मुख्यमंत्री शिवराज ने दिया था, जो अब पुनः चौथी बार शिवराज सरकार बनने पर प्रदेश की जनता को मिलेगा,
वही प्रदेश में धोखे से बनी पंद्रह महीने वाली कांग्रेस सरकार जो मात्र एक झूठे चुनावी घोषणा पत्र में बेरोजगार को रोजगार भत्ता और किसानों को कर्ज माफ जैसे लुभावने वादे को लेकर पंद्रह महीने कांग्रेस की सरकार ने पूरे प्रदेश में कमाई का धंधा शुरू कर दिया।
तबादला उद्योग धंधा, बेरोजगार को रोजगार नहीं मिलना, किसानों का कर्ज माफ नहीं करना, गरीबों के लिए संबल योजना जैसी महत्वपूर्ण योजना को बंद करके झूठ के पुल पर बैठ कर सरकार चलाई वो भी मात्र पंद्रह महीने ही चलीषऔर जब उपचुनाव में परिणाम भाजपा के पक्ष में हुए तो कांग्रेस नेता हजम नहीं कर पा रहे हैं। चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहे है, उक्त आरोप भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष भानु भूरिया ने लगाए।
वही भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी जीतु सेन ने पूरे भाजपा और सभी मोर्चे की और से पूर्व केंद्रीय मंत्री, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व सांसद और झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया से प्रश्न पूछना चाहती है के क्या मध्यप्रदेश में बनी पंद्रह महीने तक चलने वाली कमलनाथ सरकार जो बनी थी वो भी ईवीएम में गड़बड़ी करके बनी थी? क्या खुद झाबुआ में उपचुनाव हुए तो भी ईवीएम में गड़बड़ी करके आप विधायक बने थे?भाजयूमो जिला मीडिया प्रभारी जीतु सेन ने कांतिलाल भूरिया के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में दिए गए उस बयान को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया के पास चुनावी हार में ईवीएम खराब होने के अलावा कोई बहाना ही नहीं बचा है, आपकी पार्टी की हार का मुख्य कारण कमलनाथ और दिग्विजय सिंह है जिन्होंने गरीबो का हक छीना, महत्वकांक्षी योजनाओं को बंद कर दिया इसलिए कांग्रेस की हार हुई है। जनता ने पंद्रह साल से बनी भाजपा की सरकार को जो प्यार दिया उसका ही नतीजा है के कांग्रेस को मात्र पंद्रह महीनों में ही दरकिनार कर करते हुए पुनः चौथी बार भाजपा की सरकार में विश्वास जताया है।
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