जितेंद्र वर्मा, हरदा ( मप्र ), NIT;
हरदा जिले के टिमरनी ब्लाक के गांव नयागांव में शनिवार दोपहर को शासकीय प्राथमिक स्कूल के 21 बच्चों ने मध्यान्ह भोजन के बाद रतनजोत के बीज खा लिए। कुछ देर बाद बच्चों की तबियत बिगड़ गई। यह देखकर शिक्षक ने बच्चों की छुट्टी कर उन्हें घर भेज दिया। अचानक गांव में एक साथ बच्चों के बीमार होने की खबर मिलते ही भीड़ जमा हो गई। घटना की सूचना पर 108 एंबुलेंस ने गांव पहुंचकर बच्चों को टिमरनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्पताल पहुंचाया।
मिली जानकारी के मुताबिक नयागांव की शासकीय प्राथमिक स्कूल में पढऩे वाले कक्षा दूसरी से पांचवी के बच्चों ने दोपहर डेढ़ बजे एक साथ बैठकर मध्यान्ह भोजन किया। इसके बाद स्कूल के बगल में स्थित स्वास्थ्य केंद्र के पास लगे रतनजोत के पौधे से बीज तोडक़र खा लिए। वापस कक्षा में जाने पर सभी बच्चे उल्टियां करते हुए पेट पकडक़र रोने लगे। स्कूल में बच्चों की चीख-पुकार मचने के बाद शिक्षक भी घबरा गए। उन्होंने उनके परिजनों को खबर देकर स्कूल की छुट्टी कर दी। ग्रामीणों की मदद से बच्चों को 108 एंबुलेंस वाहन से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जिला अस्पताल में शाम साढ़े 5 बजे 14 बच्चों को भर्ती किया गया, लेकिन इस दौरान ड्यूटी पर एक ही डॉक्टर मौजूद था। बच्चों के बीमार होने की जानकारी मिलने के बाद भी बाकी के डॉक्टर समय पर नहीं पहुंचे। लगभग आधा घंटे के बाद पांच डॉक्टर अस्पताल पहुंचे। इसके बाद इलाज शुरू हुआ। इस दौरान डिप्टी कलेक्टर संजय उपाध्याय ने आकर बच्चों के परिजनों से मुलाकात की और स्वास्थ्य सेवाएं मिलने की जानकारी लीं।
- रतनजोत बीज से बीमार बच्चो के नाम
प्रदीप पिता महेश, अंशिका पिता महेश, महिमा पिता महेश, राधिका पिता राजेश, इंद्राज पिता राजेश, खुशबू पिता राजेश, सारिका पिता रामस्वरुप, विवेक पिता रघुवीर, वर्षा पिता बहादुरसिंह, सुहानी पिता रघुवीर, नेहा पिता रामस्वरुप, क्षमा पिता रामस्वरुप, मुस्कान पिता सुरेश, राधिका पिता रामू, राची पिता कन्हैया, सुहानी पिता कमलसिंह, आकाश पिता मुकेश, विकास पिता मुकेश, गायत्री पिता राकेश, सरोजा पिता रमेश, राज पिता रमेश सभी नयागांव निवासी। डॉ रवींद्र कुमार जैन सीएमएचओ प्रभारी हरदा ने बताया कि रतनजोत के बीज खाने से बिमार बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। बच्चो का उपचार ज़ारी है।
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