अबरार अहमद खान, भोपाल (मप्र), NIT:
मध्यप्रदेश के पन्ना जिला के अमानगंज में मीठे जल हेतु पाइप लाइन बिछाने के लिए एल एन टी मशीनों से खुदाई कर पूरी सड़कों को तहस नहस कर दिया गया है जिससे आम जनों को आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अगर कोई दुर्घटना घटित हो जाये तो इस का ज़िम्मेदार कौन होगा? इसी मुद्दे को लेकर NIT ब्यूरो चीफ संदीप तिवारी ने 9 दिसम्बर को एक खबर प्रकाशित की थी जिससे नाराज़ हो कर ठेकेदार रत्नेश सिंह राजपूत ने उनके घर पहुंच कर गाली गलौज की और साथ ही साथ धमकी भी दी कि तुम्हें जान से मार कर पूरे परिवार को तहस-नहस कर दूंगा।
इस बात को लेकर नगर आमनगंज पत्रकार संगठन लामबंद हुआ और अपने पत्रकार साथी संदीप तिवारी के साथ इस घटना के सम्बंध में थाना अमानगंज प्रभारी वीरेंद्र सिंह चौहान को अवगत कराया। इस सम्बन्ध में थाना प्रभारी ने तत्परता दिखाते हुये 24 घंटे के भीतर नगरपरिषद अमानगंज में लेखापाल मिथिलेश दुबे न.प. अमानगंज, न.प. इंजीनियर द्वारा पत्रकार संगठन अमानगंज की सुलह वार्ता बैठक बुलाई। इस बैठक में लेखपाल मिथलेश दुबे इंजीनियर ने आपसी समन्वय बनाकर सुलह करने की बात रखी जिस पर पत्रकार संगठन अमानगंज के वरिष्ट पत्रकार विजय सुहाने, प्रेमनारायण शर्मा, राज दीप गोस्वामी, पुष्पेंद्र, विश्वकर्मा सहित समूचा पत्रकार संगठन ने आपस में परिचर्चा कर स्पष्ट कहा कि पत्रकार संगठन नहीं चाहता कि मीठे जल की सप्लाई बाधित हो हम हमारे पत्रकार भाई संदीप तिवारी आपसी समन्वय के लिए तैयार हैं। इसी बीच ठेकेदार ने नम्रता का परिचय देते हुये अभद्रता के लिए खेद व्यक्त किया और कहा कि हमारे आपसी भाईचारे से ही नगर का विकास सम्भव है। दोनों पक्ष ने सुलह पत्र पर हस्ताक्षर किए। इस पत्र में स्पष्ट रूप से उल्लेखित किया गया कि अगर इस सुलह पत्र के पश्चात पत्रकार संदीप तिवारी या उनके परिवार को नगर परिषद या ठेकेदार या उनके गुर्गो द्वारा पत्रकार को प्रताड़ित किया जाता है तो इसका जिम्मेदार नगर परिषद और उक्त ठेकेदार रत्नेश राजपूत होंगे। इस सुलह पत्र को थाना प्रभारी अमानगंज को सौं गया।
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