सरवर खान ज़रीवाला, भोपाल, NIT; “सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नही” अपनी वाट्स एप पर ये लाईन लिखने वाली सीहोर की खनिज निरीक्षक रश्मि पान्डेय ने रातों रात खुद को चर्चा में ला दिया है। दरअसल रश्मि ने शनिवार को सीहोर के रेहटी इलाके में नर्मदा से रेत का उत्खनन करके ला रहे पांच ओवरलोड डम्पर पकड़े थे। डम्पर पकड़ते समय डम्पर के ड्राईवरों ने रश्मि को धमकाया भी कि मैडम, मुसीबत में पड़ जाओगी लेकिन रश्मि ने अंजाम का परवाह नही की और ओवरलोड डम्परों को थाने में खड़ा कर दिया। बाद में यह खुलासा हुआ कि डम्परों में से चार तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भाई नरेन्द्र सिंह चौहान के बेटे प्रधुम्न सिंह चौहान के हैं। अक्सर सत्ता पक्ष के ही विधायक यह शिकायत करते रहते हैं कि ओवरलोड रेत के डम्पर मध्यप्रदेश की सड़कों को तबाह कर रहे हैं। तकनीकी विशेषज्ञ भी कहते हैं कि जिस क्षमता की सड़के है, उससे ज्यादा क्षमता के डम्पर सड़कों का सीना छलनी कर रहे हैं। यह जानने के बाद भी कि डम्पर मुख्यमंत्री के भतीजे के हैं,रश्मि ने कर्तव्य को प्राथमिकता देते हुऐ कारवाई की। यह पहला मौका नही जब रश्मि ने ऐसी कारवाई की हो। खरगौन में पदस्थ रहते हुऐ रश्मि पांडे ने नागझिरी, उमरखली और बिस्टान क्षेत्र में चल रही खदानों में दबिश दी थी। तब रेत माफिया के कुछ बाइकर्स उनका पीछा करते थे। हर बार 30 से अधिक बाइकर्स अलग-अलग ढंग से उनका पीछा करते थे। इसकी सूचना वह कई बार आला अधिकारियों को देती रहीं और कभी भी उन्होंने हार नहीं मानी। यही साहस उन्होंने सीहोर में भी जारी रखी है लेकिन शेर के मुंह में हाथ डालने का क्या परिणाम होगा , यह तो वक्त ही बतायेगा।
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