यूसुफ खान, ब्यूरो चीफ, धौलपुर (राजस्थान), NIT:

धौलपुर जिले के सरकारी अस्पतालों के साथ साथ निजी अस्पतालों में भी मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिए निजी अस्पतालों की नियमित जांच विभाग की टीमों द्वारा की जाती है। इसी क्रम में मंगलवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धर्म सिंह मीणा के नेतृत्व में विभागीय टीम ने जिला मुख्यालय स्थित शांति देवी मेमोरियल अस्पताल मेट्रो हॉस्पिटल श्री ओम अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पतालों में लापरवाही मिलने पर उन्होंने नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इस दौरान शांति देवी अस्पताल में मेडिकल स्टोर पर फार्मासिस्ट उपलब्ध नहीं था। मेट्रो हॉस्पिटल के निरीक्षण के दौरान फायर एनओसी एक्सपायर हो चुकी थी तथा कमर्शियल यूटिलाइजेशन का सर्टिफिकेट भी नहीं था साथ ही बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट अनुबंध भी समाप्त हो चुका था। इस अस्पताल में एक मंजिल से दूसरी मंजिल पर मरीजों को जाने के लिए किसी भी प्रकार का कोई रैंप नहीं था। अस्पताल का भवन भी मरीजों के लिए दमघोटू था। इसी प्रकार श्री ओम हॉस्पिटल के ऑपरेशन थिएटर के अंदर मिट्टी एवं गंदगी मिली। यहां भी मरीजों की सुविधा के लिए कोई रैम्प नहीं था, फायर एनओसी भी नहीं थी। अस्पताल का माहौल मरीजों के स्वास्थ्य के अनुकूल नहीं था। निरीक्षण के दौरान अस्पतालों में क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट रजिस्ट्रेशन पॉल्युशन बोर्ड कंसेंट बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण सहित अन्य पक्षों की भी जांच की। सीएमएचओ डॉ मीणा ने बताया कि निरीक्षण किए गए सभी संस्थाओं में पाई गई कमियों को लेकर अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया है। तीन दिन में उचित जवाब नहीं मिलने की स्थिति में अस्पताल सीज करने की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना विभाग की पहली प्राथमिकता है इसमें किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी। समाचार लिखे जाने तक अस्पतालों की जांच जारी थी। निरीक्षण के दौरान टीम में डॉ. विवेक शुक्ला एपिडेमियोलॉजिस्ट, अखिलेश गर्ग डीपीसी, पीसीपीएनडीटी पंकज शुक्ला सहित अन्य मौजूद रहे।
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