अबरार अहमद खान/मुकीज खान, भोपाल (मप्र), NIT:
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गिरोह बनाकर हिंदू युवतियों के साथ दुष्कर्म एवं ब्लैकमेलिंग का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। ऐसे में मध्यप्रदेश सर्वधर्म सद्भावना मंच के सचिव हाजी मोहम्मद इमरान का कहना है कि बलात्कारियों को फांसी की सज़ा देने के बजाए हिन्दू मुस्लिम नफरत न फैलाई जाए। दोषियों को सज़ाए मौत दी जाए यदि एक भी बलात्कारी को खुले आम सज़ाए मौत दे देते हैं।तो भविष्य में कोई भी किसी की बेटी की तरफ नज़र उठा कर भी नहीं देखेगा। उन्हों ने कहा कि ऐसी घटनाओं पर हिन्दू मुस्लिम के चश्मे से देखना आपस में मतभेद और नफरत फैलाना है।सभी दोषियों को सिर्फ अपराधियों की नज़र से देखना चाहिए।इस्लाम में बलात्कारी और बलात्कार की सज़ा सिर्फ सज़ाए मौत है।इस्लाम में गैर औरत को देखना भी हराम है।बल्तकारी की सज़ा सज़ाए मौत है या उसे खुले आम संग सार करना है। हाजी इमरान का कहना है कि बलात्कार के हज़ारों अपराधी जेलों में मुफ़्त की रोटियां तोड़ रहे हैं।कई बेटियां आज भी इंसाफ के लिए बैठी हैं ।आज तक किसी बल्तकारी को सज़ा नही हुई एक भी बलात्कारी को सज़ा दे दी जाती तो ऐसी घटनाओं पर रोक लग सकती थी। कई देश ऐसे है जहां बल्तकारी को तुरंत सज़ा ए मौत देदी जाती है उन देशों का अपराध ग्राफ उठा कर देखा जाए कि बल्तकारी को सज़ा होने के बाद वहां बल्तकार की घटनाओं में कितनी गिरावट आई है।और हमारे देश में घटनाएं सज़ा न देने की वजह से बढ़ती जा रही है। दोषियों पर तुरंत फ़ास्ट ट्रेक कोर्ट में केस चला कर सज़ा ए मौत दी जाए। ऐसी घटनाओं का कोई धर्म या समाज समर्थन नही करता न कभी करेगा। दोषी क़ानून के शिकंजे में है तो तुरंत सज़ा दी जाए । ताकि भविष्य में ऐसी घटना न घटित हो।
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