मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
बुरहानपुर के गोकुल चंद्रमा मंदिर के मुख्य सेवक पंडित हरिकृष्ण मुखिया जी एक बुज़ुर्ग कथा वाचक के रूप में बुरहानपुर ही नहीं संपूर्ण देश में अपनी अलग ख्याति और मक़ाम रखते हैं। युवा पीढ़ी में भी बुरहानपुर के अनेक युवा कथाकार धर्म प्रचार में अपनी सेवाएं अर्पित कर रहे हैं। शहर के राजपुरा निवासी पंडित नाना महाराज के नाम से मशहूर पंडित सदाशिव पाठक महाराज(एसवी पाठक) के युवा ग्रेजुएट पोते, स्वर्गीय पंडित हरीश पाठक (नेहरू मोंटेसरी स्कूल) के भतीजे और पंडित ज्ञानेश्वर पाठक के पुत्र निसर्ग पाठक इन दिनों कथा वाचन के माध्यम से चर्चा में हैं।
पुणे महाराष्ट्र से होटल प्रबंधन के साथ हिंदी साहित्य में डिग्री हासिल करने का उपरांत भी निसर्ग पाठक ने दुनिया की मोह माया छोड़कर धर्मशास्त्र का मार्ग अपना कर अपने पुश्तैनी बाप दादा के नाम और पेशे को आगे बढ़ाने का मक़सद (लक्ष्य) सामने रखा है। पंडित निसर्ग पाठक ने 12 सितंबर 2024 से 18 सितंबर 2024 तक भमोरे परिवार शाहपुर वाले की ओर से बड़े पोस्ट ऑफिस के सामने, ईश्वर नवथरे वकील के घर के पीछे आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत महापुराण कथा में अपनी कला के जौहर दिखाकर जो ख्याति अर्जित की है उससे इस युवा कथाकार से शहर को बहुत सारी उम्मीदें हो गई है और ऐसा माना जा रहा है कि वे भविष्य में एक अच्छे वक्ता के रूप में ऊभरकर बुरहानपुर शहर का नाम देश और दुनिया में रोशन करेंगे।
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