सब धर्मों में राष्ट्रधर्म सर्वोपरि होता है: सा.श्री तत्वलताश्रीजी | New India Times

रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:

सब धर्मों में राष्ट्रधर्म सर्वोपरि होता है: सा.श्री तत्वलताश्रीजी | New India Times

मेघनगर नगर में चातुर्मास हेतु विराजित साध्वीश्री तत्वलताश्रीजी महाराज साहब आदि ठाणा-4 की निश्रा में आयोजित ज्ञानतत्व तपोमय चातुर्मास के अंतर्गत 15 अगस्त के दिन 78वें स्वतंत्रता दिवस पर श्री राजेंद्र सूरी ज्ञान मंदिर प्रांगण में पूज्य साध्वीजी की निश्रा में ध्वजारोहण का कार्यक्रम संपन्न हुआ।

ध्वजारोहण महिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती प्रेमलता रांका, तरुण परिषद अध्यक्ष रवि जैन ने किया।
उक्त जानकारी देते हुए रजत कावड़िया ने बताया कि पूज्य साध्वीजी ने अपने प्रवचन में फरमाया कि, हमारा धर्म हमारे लिए जितना महत्वपूर्ण है, उससे भी ज्यादा हमारे लिए राष्ट्र महत्वपूर्ण होना चाहिए, हमे एक सुश्रावक सुश्राविका के साथ साथ जागरूक नागरिक भी बनना जरूरी है।

जैसे हम धर्म पालन में यह विशेष ध्यान रखते है कि, कही हम ऐसा कोई कार्य न कर दे जिससे, कोई आशतना हमे लगे, वैसे ही हमे हमारे राष्ट्र के हित में भी अवश्य सोचना चाहिए हमे सदैव ऐसे कार्यों में संलग्न होना चाहिए जो राष्ट्रहित में हो, हमे हमारे जीवन में राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका में रहकर कार्य करना चाहिए।

साथ ही नमस्कार महामंत्र आराधना के 5 दिन पूज्य साध्वीजी ने नवकार के 68 अक्षरों पर पुण्य सम्राट द्वारा बनाई गई भावयात्रा के बारे में समझाते हुए कहा कि यदि हम भावयात्रा को भी शुद्ध भावो के साथ यदि करते है, और हमारे जीवन में उतारने का काम करते है, तो ये भावयात्रा हमारी भवो की यात्रा को समाप्त करने का कार्य करती है।

साथ ही कावड़िया ने बताया कि सामूहिक तप आराधना का पंचम पड़ाव का बियाशना संपन्न हुआ जिसका कि लाभ भी सम्पूर्ण नमस्कार महामंत्र आराधना के लाभार्थी परिवार श्रीमती शिरोमणीदेवी समरथमल रूनवाल परिवार द्वारा लिया गया। लाभार्थी रूनवाल परिवार का बहुमान, बहुमान के लाभार्थी परिवार, मोदी परिवार, भंडारी परिवार, मुथा परिवार एवं लोढ़ा परिवार ने किया गया।


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By nit

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